नक्सली हों या कश्मीर में सक्रिय आतंकी. मोदी सरकार सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों के साथ मजबूती से निपटेगी. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ये भरोसा दिलाया है. आजतक के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने एमसीडी चुनाव से लेकर योगी सरकार के कामकाज और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में पार्टी की मुहिम पर बेबाक बातचीत की. एमसीडी चुनाव और सुकमा में हुए नक्सली हमले के बाद ये उनका पहला इंटरव्यू था.
'हाथ से नहीं जानें देंगे कश्मीर'
शाह ने मीडिया के कुछ हलकों में कश्मीर को लेकर जताई जा रही चिंता को खारिज किया. बीजेपी अध्यक्ष का कहना था कि चाहे सरकार किसी की भी रहे, कश्मीर को भारत से कोई ताकत अलग नहीं कर सकती. उनकी राय में घाटी में मौजूदा हिंसा महज एक फेज है और सरकार सबके सहयोग से इस फेज से कश्मीर को बाहर ले आएगी. शाह के मुताबिक राज्य में पीडीपी के साथ गठबंधन की समीक्षा के लिए ये सही वक्त नहीं है और हालात सुधारने के लिए मोदी सरकार कूटनीतिक कोशिशें भी कर रही है.
'बौखलाहट का नतीजा है सुकमा हमला'
अमित शाह की राय में छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ जवानों पर हुआ हमला नक्सलियों की बौखलाहट का नतीजा है. उनका दावा था कि मोदी सरकार आने के बाद वामपंथी चरमपंथियों पर दबाव बढ़ा है और ऐसे हमले इसी दबाव की प्रतिकिया हैं. शाह ने भरोसा दिलाया कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी.
'हार स्वीकार करें केजरीवाल'
इंटरव्यू के दौरान अमित शाह एमसीडी चुनाव के नतीजों पर भी बोले. उन्होंने याद दिलाया कि 2015 में केजरीवाल की जीत पर उन्होंने खुद बधाई दी थी और अब आम आदमी पार्टी को भी हार स्वीकार करनी चाहिए. शाह ने ईवीएम में गड़बड़ी के केजरीवाल के आरोप को भी खारिज किया. उनका मानना है कि नकारात्मक सियासत के चलते केजरीवाल को हार का मुंह देखना पड़ा है. उन्होंने कहा, 'मैं केजरीवाल की बात याद दिलाना चाहता हूं. वो कहते थे राइट टू रिकॉल होना चाहिए. दिल्ली की जनता ने राइट टू रिकॉल का संदेश दिया है. अब केजरीवाल को सोचना है.' शाह ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी अंदरूनी फूट का शिकार है. लेकिन साथ ही कहा कि बीजेपी केजरीवाल की पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं कर रही है. उन्होंने दिल्ली में पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी की भी तारीफ की. लेकिन क्या वो अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी के सीएम उम्मीदवार होंगे, इस सवाल को वो टाल गए.
योगी सरकार की तारीफ
शाह ने कहा कि योगी सरकार सत्ता में आने के बाद अच्छा काम कर रही है. हालांकि उन्होंने माना कि सरकार के सामने कठिन चुनौतियां हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि योगी सरकार की कोशिशों का अच्छा नतीजा निकलेगा.
'सभी गोरक्षक नहीं हमारे कार्यकर्ता'
अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि सरकार गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर जल्द काबू पाएगी. उनके मुताबिक इस तत्व हर समाज में होते हैं और ये जरूरी नहीं है कि ऐसा हर शख्स बीजेपी या उससे जुड़े संगठनों का हिस्सा हो.
'ट्रिपल तलाक पर साफ रुख'
शाह का कहना था कि तीन तलाक पर पार्टी और सरकार का रुख है. बीजेपी चाहती है कि मुस्लिम महिलाओं को भा संविधान में दिए गए अधिकार मिलने चाहिएं.
2019 में जीत का भरोसा
अमित शाह ने माना कि अगले आम चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियां साथ आने की कोशिश कर रही हैं. लिहाजा पार्टी के लिए ये चुनौती आसान नहीं होगी. लेकिन उन्होंने भरोसा जताया कि मोदी के काम की बदौलत 2019 में कोई सत्ता-विरोधी लहर नहीं होगी.