गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र पर सीबीआई का राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले की जांच में गृह राज्य मंत्री अमित शाह के खिलाफ सीबीआई ‘चुन चुन कर ’ निशाना बनाने की नीति अपना रही है.
मोदी ने कहा कि मंत्री ‘बेकसूर’ हैं और वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं.
राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में यहां भाग लेने आये मोदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शाह बेकसूर हैं. वह अदालत गये थे और वह अदालत के निर्देशों का पालन करेंगे. मुझे इस पर यकीन है. वह कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं.
न्यायपालिका सीबीआई से उपर है.’’ जब उन्हें यह बताया गया कि यह जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हो रही है, मोदी ने कहा, ‘‘सीबीआई में कई मामले लंबित हैं. गुजरात को क्यों प्राथमिकता दी गयी है. इसके पीछे राजनीति है.’
उन्होंने कहा, ‘‘देश में मुठभेड़ के 700 से अधिक मामले हैं. इनमें से कई मामले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और उच्चतम न्यायालय के समक्ष लंबित हैं. यह गुजरात के खिलाफ चुना गया मामला है. सियासी बदला लेने के लिये सीबीआई का राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है.’ {mospagebreak}
मोदी ने संसद पर हमले के मामले में दोषी करार दिये गये अफजल गुरू को फांसी देने में हो रही देरी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि जब उच्चतम न्यायालय उसकी फांसी की सजा पर मुहर लगा चुकी है तो उस पर तामील क्यों नहीं की जा रही है.
मोदी ने कहा कि यह मामला अब भी लंबित है. जब कभी अफजल गुरू के बारे में बात होती है तो मामलों के क्रमवार होने की बात कही जाती है. वह इन सवालों का जवाब टाल गये कि शाह कहां हैं. शाह को सीबीआई के समक्ष अब भी हाजिर होना है.
मोदी ने कहा, ‘‘जब सीबीआई ने राज्य सरकार के अधिकारियों को सम्मन भेजा था तो उन्हें आठ से 10 दिन का वक्त दिया गया था लेकिन अमित भाई को महज एक घंटे का समय दिया गया. उन्हें अधिक समय दिया जाना चाहिये. उन्हें सिर्फ बातचीत के लिये आने को कहा गया था लेकिन इसके तुरंत बाद सीबीआई ने अदालत में 20,000 पृष्ठ का आरोप पत्र दाखिल कर दिया.’’ उन्होंने कहा कि हमें आरोप पत्र की प्रति आधिकारिक तौर पर नहीं मिली है और यह बात मीडिया की खबरों पर आधारित है.
गुजरात के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस गुजरात में 2007 में हुआ विधानसभा चुनाव हारने के बाद ‘बदला’ लेने की कोशिश कर रही है. इस चुनाव में उसने ‘सोहराबुद्दीन को हीरो बनाकर पेश करने की कोशिश की थी. वह (सोहराबुद्दीन) वही व्यक्ति है जिसके घर से कई एके-47 रायफल और विस्फोटक बरामद किये गये थे.
मोदी ने कहा, ‘‘जो लोग मूल्यवृद्धि रोकने में नाकाम रहे, जिन्होंने भारत-पाकिस्तान वार्ता के दौरान पीठ दिखायी और जो जम्मू कश्मीर के मुद्दे का समाधान नहीं ढूंढ सके वे ध्यान बंटाने के लिये एजेंडा बदलने की कोशिश कर रहे हैं. राज्य के खिलाफ जंग जैसा माहौल है.’