scorecardresearch
 

आधी रात को मुंबई में भागवत से मिले अमित शाह, राम मंदिर-चुनाव पर चर्चा

मोहन भागवत ने नागपुर में 18 अक्टूबर को अपनी वार्षिक दशहरा रैली में मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग पहली बार उठाई थी. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी इसी तरह की मांग की है.

Advertisement
X
BJP अध्यक्ष अमित शाह, RSS प्रमुख मोहन भागवत (फाइल फोटो)
BJP अध्यक्ष अमित शाह, RSS प्रमुख मोहन भागवत (फाइल फोटो)

Advertisement

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की तीन दिनों तक ठाणे के भयंदर में चलने वाली बैठक का शुक्रवार को आखिरी दिन है. संघ ने इस बैठक में राष्ट्रीय, सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर मंथन किया है.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को रात दो बजे मुंबई के रामभाऊ महालगी प्रबोधनी में संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. इस दौरान संघ प्रमुख और शाह के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. माना जा रहा है कि राम मंदिर और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है.

लोकसभा चुनाव से पहले संघ की तीन दिनों तक चली बैठक काफी अहम मानी जा रही है. दरअसल, संघ ने अपनी बैठक से पहले जिस तरह से राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को उठाया है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के शीर्घ निर्माण के लिए अध्यादेश लाने या कानून बनाने की अपनी मांग को दोहराया था. आरएसएस के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य ने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय गौरव का विषय है और अभी तक अयोध्या विवाद का हल अदालतों में नहीं निकला है.

Advertisement

डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा था कि अब सरकार को चाहिए कि राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण कर काम शुरू किया जाए और राष्ट्र के गौरव को बहाल करना चाहिए. वैद्य की यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल के मद्देनजर आई है जिसका उद्घाटन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया था.

भयंदर में RSS और इसके अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख इसमें हिस्सा ले रहे हैं. वैद्य ने कहा कि यह मुद्दा राष्ट्रीय और सामाजिक महत्व से संबंधित है, जिस पर सम्मेलन के दौरान विचार-विमर्श किया जाना चाहिए.

Advertisement
Advertisement