इराक के मोसुल में लापता 39 भारतीयों का सुराग नहीं मिलने का खुलासा होने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी है. जयपुर में उन्होंने कहा कि मोसुल में लापता भारतीयों की तलाश अब भी जारी है. इंडिया टुडे के खुलासे के बाद यह पहली बार है, जब सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया आई है. हालांकि अभी तक सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
मालूम हो कि इंडिया टुडे इन भारतीयों की तलाश में इराक के मोसुल पहुंचा, जहां इनका कोई अतापता नहीं चला. इसके बाद से यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ये भारतीय कहां गए? इससे पहले भारत सरकार ने इन भारतीयों के जीवित होने का दावा किया था.
Search is underway to locate them: BJP President Amit Shah in Jaipur on 39 missing Indians in Mosul (Iraq) pic.twitter.com/XmNE44sGv2
— ANI (@ANI_news) July 22, 2017
संसद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद कहा था कि इराक में 2014 में लापता हुए 39 भारतीय नागरिक बादुश की एक जेल में कैद हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में जारी संघर्ष के खत्म होने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. इसके साथ ही सुषमा ने लापता भारतीयों के परिजनों से मुलाकात के दौरान यह भरोसा दिलाया था कि सरकार इन सभी भारतीयों को हरहाल में वापस लाएगी.
उन्होंने कहा था कि ये भारतीय बादुश की जेलों में बंद हैं. सुषमा स्वराज ने कहा था कि इराक के प्रधानमंत्री ने जैसे ही मोसुल को आईएस के कब्जे से आजाद कराए जाने की घोषणा की, उसके तुरंत बाद ही उन्होंने वीके सिंह से इरबिल जाकर व्यक्तिगत तौर पर लापता भारतीय नागरिकों का पता लगाने को कहा था.
सोमवार को विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने भी 'आजतक' से बातचीत में कहा था कि लापता 39 भारतीय नागरिक बादुश की जेलों में हो सकते हैं. उनको यह जानकारी इराक के एनएसए की ओर से मिली है. विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह हाल ही में इराक का दौरा करके लौटे थे.