scorecardresearch
 

चुनावी जंग जीतने के लिए तैयार हो रहा है मोदी व बीजेपी का 'मिशन कश्मीर'

केंद्र की सत्ता हासिल करने के बाद बीजेपी की निगाहें अब हाल ही में होने वाली विधानसभा चुनावों पर टिकी हैं. बीजेपी अभी से 'मिशन कश्मीर' में जुट गई है, ताकि प्रदेश में भी सरकार बनाने का सपना पूरा हो सके.

Advertisement
X
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

केंद्र की सत्ता हासिल करने के बाद बीजेपी की निगाहें अब हाल ही में होने वाली विधानसभा चुनावों पर टिकी हैं. बीजेपी अभी से 'मिशन कश्मीर' में जुट गई है, ताकि प्रदेश में भी सरकार बनाने का सपना पूरा हो सके.

Advertisement

आंकड़ों की बात की जाए, तो अगर लद्दाख की चार और जम्मू की 37 सीटों को जीत लिया जाए, तो फिर 'मिशन 44' भी पूरा हो जाएगा और कश्मीर में हिन्दू सीएम भी होगा. कुछ ऐसा ही खाका बीजेपी तैयार कर रही है और इसकी पहली लकीर खींचने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दो दिन बाद ही कश्मीर जा रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर में नवंबर में चुनाव होने हैं. पीएम का पद संभालने के बाद नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है. लेकिन इस बार धारा 370 का जिक्र किए बगैर टारगेट पाने का खाका तैयार हो रहा है. इस योजना के तहत:

---लद्दाख की स्वायत्तता का वादा पूरा किया जाएगा.

---जम्मू में कश्मीरी पंडितों के साथ विकास का नया खाका खींचने की तैयारी हो रही है.

Advertisement

---श्रीनगर में राष्ट्रवादी ताकतों को भी साथ जोड़ने की पहल शुरू हो रही है.

---अब्दुल्ला परिवार और मुफ्ती की सियासत से खफा राजनेताओं को भी साथ जोड़ने की पहल बीजेपी अंदरूनी तौर पर कर रही है.

लेकिन रास्ता आसान नहीं है, क्योंकि बीजेपी को लगता है कि जम्मू और लद्दाख में बाजी मार भी ली, तो मुश्किल कश्मीर घाटी में है, जहां 46 सीटें हैं. यही वजह है कि विशेष ध्यान घाटी पर ही होगा. कोशिश इस बात की भी होगी कि हालात ऐसे हों कि बीजेपी के बिना सरकार बनाना ही मुश्किल हो जाए.

Advertisement
Advertisement