एमनेस्टी इंटरनेशनल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एमनेस्टी पर विदेशी मुद्रा कानून (फेमा) के तहत 51 .72 करोड़ रुपये के लेन-देन में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.
बताया जाता है कि ईडी ने मानवाधिकारों की रक्षा के लिए कार्य करने वाले संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल को यह नोटिस 25 जुलाई को ही जारी कर दी थी. ईडी की ओर से विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में जारी किया गया है.
आरोप है कि संगठन ने भारत में सिविल सेवा गतिविधियों के नाम पर 51 करोड़ रुपये से अधिक के प्रबंधन में फेमा के प्रावधानों का उल्लंघन किया. एमनेस्टी को नोटिस जारी कर कारण बताने के लिए कहा गया है. ईडी के अधिकारियों के अनुसार एमनेस्टी इंटरनेशनल को यह नोटिस फेमा के तहत जांच पूरी होने के बाद जारी की गई है.
न्याय निर्णय प्राधिकरण ने जारी की नोटिस
जानकारी के अनुसार एमनेस्टी इंटरनेशनल को यह नोटिस ईडी के न्याय निर्णय प्राधिकरण ने जारी की है. प्राधिकरण में विशेष निदेशक स्तर का अधिकारी होता है.
पिछले साल हुई थी छापेमारी
एमनेस्टी इंटरनेशनल पहले भी केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर रहा है. पिछले साल भी केंद्रीय जांच एजेंसी ने संगठन के कार्यालय पर छापेमारी हुई थी. तब छापेमारी की वजह विदेशी चंदा नियमन कानून (एफसीआरए) के उल्लंघन का था. जांच एजेंसी ने संगठन के बेंगलुरु स्थित कार्यालय पर छापेमारी की थी.
यह है मामला
एमनेस्टी को जिस मामले में नोटिस जारी की गई है, वह मामला देश में नागरिक सामाजिक गतिविधियों के लिए 51.72 करोड़ रुपये की उधारी और ऋण से संबंधित है. आरोप है कि संगठन ने यह राशि अपने मूल निकाय एमनेस्टी इंटरनेशनल, ब्रिटेन से सेवाओं के निर्यात के नाम पर प्राप्त की थी. इसी मामले में विशेष निदेशक द्वारा मेसर्स एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.