उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई का असर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर भी पड़ा है. यूनीवर्सिटी की कैंटीन के मीनू से मीट गायब हो गया है. यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ ने इस मुद्दे पर कुलपति को पत्र लिखकर उन्हें छात्रों की समस्या से अवगत कराया है. वे जल्द ही इसे लेकर सीएम को भी पत्र लिखने की तैयारी कर रहे हैं.
एएमयू में पहले हफ्ते में दो बार छात्रों को मीट परोसा जाता था लेकिन अब छात्रों का कहना है कि पूरा हफ्ते उन्हें सिर्फ शाकाहारी खाना खिलाया गया. यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष फैजुल हसन ने बताया कि मीनू में बदलाव से खाने की फीस भी बढ़ सकती है.
उन्होंने बताया कि पिछले छह-सात दिन से मीट की डिश नहीं परोसी गई हैं. चिकन महंगा हो गया है और 120 से 220 रुपये किलो बिक रहा है, सब्जियों की कीमत भी बढ़ी है. निम्न और मध्यम आयवर्ग के परिवारों से आने वाले बच्चे इसकी वजह से परेशान हो सकते हैं.
हसन ने कहा कि हम इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की सोच रहे हैं ताकि उन लोगों की समस्या का समाधान किया जा सके जो बूचड़खाने बंद होने के बाद आजीविका के संकट से जूझ रहे हैं.
इस मुद्दे पर यूनीवर्सिटी के पीआर अफसर उमर पीरजादा ने कहा कि ये पूरी तरह से डिमांड और सप्लाई का मामला है. इसके चलते खर्च भी बढ़ेगा क्योंकि चिकन और मछली के दाम इससे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमने सोयाबीन, राजमा और दूसरी चीजें मीनू में शामिल की हैं लेकिन ये नया मीनू स्वाद के मुरीदों की दिक्कत हल नहीं कर सकता.