अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में लड़कियों के प्रवेश को लेकर विवादित बयान देने वाले वाइस चांसलर ने अपने बचाव में नया पैंतरा अपनाया है. वीसी जनरल जमीरउद्दीन शाह ने मानव संसाधन मंत्रालय और यूजीसी से लाइब्रेरी का विस्तार करने के लिए 20 करोड़ रुपये मांगे हैं, जिससे जगह बढ़ सके और लड़कियों को भी वहां आने की अनुमति दी जा सके.
वीसी शाह ने यूनिवर्सिटी में लड़कियों के प्रवेश को वर्जित कर दिया था. इसके पीछे वीसी ने लाइब्रेरी में कम जगह को वजह बताया था. इस मामले में इलाहबाद हाईकोर्ट में शाह के खिलाफ याचिका दाखिल की गई थी. वीसी ने इस मामले में कहा कि एएमयू की लाइब्रेरी 1960 में बनी थी. उस वक्त यूनिवर्सिटी सात हजार छात्र थे जबकि अब 28 हजार छात्र हैं. हम अब मानव संसाधन मंत्रालय और यूजीसी से 20 करोड़ रुपये की मांग की है ताकि लाइब्रेरी में कम जगह होने की वजह से लड़कियों को होने वाली परेशानी दूर की जा सके.
यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने कहा कि सरकार को वीसी की मांग मान लेनी चाहिए. उन्होंने 20 करोड़ रुपये की मदद मांगकर समस्या का अच्छा समाधान निकाला है.