भारतीय वायुसेना के लापता विमान एएन-32 का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है लेकिन लापता विमान की तलाशी अब भी जारी है. भारतीय वायुसेना की ओर से सी-130जे हेलीकॉप्टर लगातार हवा में उड़ान भर रहा है. वायुसेना के ही एसयू-30, दो सी-130जे और दो एमआई-17 एस विमान लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. दो एएलएच विमान और सेना का भी एक विमान एयक्राफ्ट की तलाशी में जुटा हुआ है.
बताया जा रहा है कि लापता हुए विमान एएन-32 में आधुनिक एवियोनिक्स, रडार या आपातकालीन लोकेटर ट्रांसमीटर (ईएलटी) नहीं थे. विमान का आखिरी लोकेशन अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में चीन सीमा के करीब मिला था. माना जा रहा है कि विमान इस लोकेशन के आस-पास ही होगा.
खराब मौसम से सर्च ऑपरेशन प्रभावित
एसयू-30 फाइटर एयरक्राफ्ट बुधवार सुबह से ही लापता विमान की तलाशी में जुटा हुआ है. इससे पहले कुछ हेलीकॉप्टर और सी130जे विमान को खराब मौसम के चलते लैंड नहीं कराया जा सका था. इसरो के भी सेटेलाइट नेवी के पी-8आई मैरिटाइम सर्विलांस एयक्राफ्ट के साथ-साथ लापता विमान की तलाशी में जुटे हुए हैं.
सर्च ऑपरेशन में नेवी भी शामिल
भारतीय वायुसेना के समुद्री जहाज भी आसपास के इलाके में खोजबीन कर रहे हैं. इसरो के RISAT यानी रडार इमेजिंग सैटेलाइट और सेना की भी मदद ली जा रही है.
भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और असम के इलाकों में सेटेलाइट नजर रख रहा है. वायुसेना के एसयू-30एमकेआई, सी-130जे सुपर हरक्यूलिस एयरक्राफ्ट और अन्य कई महत्वपूर्ण विमानों को तैनात किया गया है.
वहीं नौसेना का कहना है कि इस रेस्कयू अभियान में शामिल होने के लिए समुद्री जहाजों की तैनाती की गई है. आईएनएस राजली से P8I एयरक्राफ्ट ने तलाशी अभियान के लिए उड़ान भर दी है.
13 जवान लापता
भारतीय वायुसेना के लापता एएन-32 विमान को पायलट आशीष तंवर उड़ा रहे थे. एएन-32 विमान एक ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है, जिसको रूस से लिया गया था. यह विमान कठिन परिस्थितियों में अपनी बेहतरीन उड़ान भरने की क्षमता के लिए जाना जाता रहा है.
रक्षा मंत्री की भी है नजर
अधिकारियों का कहना है कि अब तक एन-32 विमान का मलबा तक ट्रैक नहीं किया जा सका है. एन-32 विमान सोमवार को लापता हो गया था. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एयफोर्स के अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली है.
तीन साल पहले 22 जुलाई 2016 में एक अन्य एन-32 एयक्राफ्ट लापता हो गया था जिसमें 29 लोग सवार थे. यह एयरक्राफ्ट चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर के लिए उड़ान भर रहा था. यह बंगाल की खाड़ी में कहीं गायब हो गया था.