विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप में यहां बुल्गारिया के वेसलिन टोपालोव के खिलाफ तीसरी बाजी ड्रा खेली.
पहली दो बाजियों में दोनों खिलाड़ी ने एक एक जीत दर्ज की लेकिन तीसरी बाजी में आनंद ने काले मोहरों से स्लैव डिफेंस अपनाया जो कि पहली बाजी से एकदम विपरीत चाल थी जिसमें भारतीय स्टार ने ग्रुनफेल्ड डिफेंस आजमाया था.
टोपालोव ने भी स्लैव डिफेंस की आस की थी लेकिन आनंद ने जो वैरीएशन दिखायी उसकी उन्हें उम्मीद नहीं रही होगी. इस तरह की चाल रूसी व्लादीमीर क्रामनिक अपनाते हैं जो पिछली दो विश्व चैंपियनशिप में टोपालोव और आनंद के प्रतिद्वंद्वी थे.
आनंद ने शुरू से ही अच्छी स्थिति बनाये रखी और फिर यह देखा कि क्या उन्हें जीत का मौका मिल सकता है. आनंद ने 14वीं चाल में अपनी शुरुआती समस्याओं को समाधान निकाला. टोपालोव ने 20वीं चाल में आनंद को प्यादा पेश किया जिससे अस्पष्ट जटिलताएं बनी और ऐसा लगने लगा कि बुल्गारियाई खिलाड़ी को इसका लाभ मिल सकता है. आनंद ने हालांकि प्यादा नहीं खाया और अपने खेल को नियंत्रित करने में देर नहीं लगायी.
दोनों खिलाड़ी 46 चाल के बाद ड्रा पर सहमत हो गये. टोपालोव ने पहली जबकि आनंद ने दूसरी बाजी जीती थी.