एनडीए सरकार की तरह उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और अब बीजेपी सांसद रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने वैदिक विज्ञान की पुरजोर वकालत की है. लोकसभा में बुधवार को उन्होंने कहा कि ज्ञान और विज्ञान के मामले में भारत किसी से पीछे नहीं है और प्राचीन विद्वान कणाद ने ईसा पूर्व दूसरी सदी में ही परमाणु परीक्षण कर लिया था. वैदिक युग में भारत की वापसी
निशंक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन भी किया जिसमें उन्होंने भगवान गणेश के सिर को प्लास्टिक सर्जरी और कर्ण के मामले को जेनेटिक साइंस से जोड़ा था. निशंक ने दावा किया, 'लोग मोदी जी के भगवान गणेश की सर्जरी वाले बयान पर सवाल उठा रहे हैं. वह वास्तव में सर्जरी ही थी. जो विज्ञान हमारे पास उपलब्ध रहा है, वह दुनिया के पास नहीं है. एक क्षत-विक्षत सिर को ट्रांसप्लांट करने का ज्ञान-विज्ञान सिर्फ भारत के पास है.' ज्योतिषी के दर पर शिक्षा मंत्री
उन्होंने आगे कहा, 'ज्योतिष लाखों साल की गणना करने का विज्ञान है. हमारे प्राचीन ज्योतिषियों ने बाकी सभी विज्ञानों को बौना कर दिया है. ज्योतिष दुनिया का नंबर एक विज्ञान है. हमें विज्ञान को बढ़ावा देना चाहिए.'
वाम सांसदों ने ज्योतिष पर उनकी टिप्पणी का विरोध किया, तो निशंक ने कहा कि इस पर बाकायदे चर्चा होनी चाहिए और उसे जरूरी सम्मान मिलना चाहिए.