आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने चक्रवात हुदहुद के कुछ दिन गुजरने के बाद भी सेवा बहाल नहीं होने पर गुरुवार को दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री ने कंपनियों पर केवल लाभ कमाने के मकसद से काम करने का आरोप लगाया.
चक्रवात हुदहुद के कारण तटीय क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है. दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के शीर्ष कार्यकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में नायडू ने रंज दिखाते हुए उनकी कड़ी आलोचना की और खराब व्यवस्था के लिए सीधा जवाब देने को कहा.
काफी नाराज दिख रहे मुख्यमंत्री ने कंपनियों की तीखी आलोचना की और कहा, ‘इसका अर्थ है कि आप व्यावसायिक हैं. आप सरकार और जनता का दोहन कर रहे हैं.’
नायडू ने साफ तौर पर स्पष्ट किया कि बचाव एवं राहत प्रयासों में सेवा प्रदाताओं ने उन्हें नीचा दिखाया. उन्होंने कहा, ‘मेरी कार्यक्षमता (आपदा राहत कार्यों) संवाद की कमी के कारण 50 प्रतिशत कम रहा.’
उन्होंने कहा कि कनेक्टिीविटी के अभाव में वह लोगों से बात नहीं कर पाए.’ यहां तक की मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने के समय भी फोन काम नहीं कर रहा था.
मु़ख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उम्मीद की थी कि वह फोन सेवाओं के जरिए आपदा राहत कार्यों की निगरानी कर पाएंगे, लेकिन उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हो सकी.
नायडू ने दूरसंचार कंपनियों से ऐसी योजना लाने को कहा जिसमें चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में उपभोक्ताओं से कम दर वसूली जाए.
- इनपुट भाषा से