आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को सियासी दिग्गजों के साथ मैराथन बैठकें की. उन्होंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और संभावित चुनाव परिणामों पर चर्चा की, तो वहीं शाम होते उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुनाव बाद के परिदृश्य में संभावित समीकरणों पर चर्चा की. 
"/> आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को सियासी दिग्गजों के साथ मैराथन बैठकें की. उन्होंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और संभावित चुनाव परिणामों पर चर्चा की, तो वहीं शाम होते उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुनाव बाद के परिदृश्य में संभावित समीकरणों पर चर्चा की. 
"/> आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को सियासी दिग्गजों के साथ मैराथन बैठकें की. उन्होंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और संभावित चुनाव परिणामों पर चर्चा की, तो वहीं शाम होते उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुनाव बाद के परिदृश्य में संभावित समीकरणों पर चर्चा की. 
"/>
 

Newswrap: चंद्रबाबू नायडू की सत्ता साधना, पढ़ें शनिवार शाम की 5 बड़ी खबरें

आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को सियासी दिग्गजों के साथ मैराथन बैठकें की. उन्होंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की और संभावित चुनाव परिणामों पर चर्चा की, तो वहीं शाम होते उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मायावती और अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुनाव बाद के परिदृश्य में संभावित समीकरणों पर चर्चा की. 

Advertisement
X
चंद्रबाबू नायडू और मायावती (Photo-ANI)
चंद्रबाबू नायडू और मायावती (Photo-ANI)

Advertisement

1. चंद्रबाबू नायडू की सत्ता साधना: राहुल-शरद-अखिलेश के बाद मायावती से मिले, गिफ्ट में दिए आम

अभी आखिरी चरण की वोटिंग बाकी है, मतगणना 23 मई को है, लेकिन दिल्ली से लेकर आंध्र प्रदेश, और उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए सुगबुगाहटें तेज हो गई है. अगले पांच साल तक हिंदुस्तान की सत्ता पर कौन राज करेगा, इसे लेकर समीकरण जोड़े-तोड़े जाने लगे हैं. इस पूरी कवायद में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू एक मध्यस्थ बनकर उभरे हैं. वह केंद्र में गैर बीजेपी सरकार बनाने के लिए सारे संभावित परिदृश्यों पर विचार कर रहे हैं.

2. नतीजों से पहले BJP को झटका, मणिपुर में NPF ने सरकार से समर्थन लिया वापस

लोकसभा चुनाव में वापसी की उम्मीद कर रही बीजेपी को पूर्वोत्तर में झटका लगा है. मणिपुर में बीजेपी के साथ सरकार में शामिल नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. एनपीएफ ने देर शाम इसकी घोषणा की है. एनपीएफ के प्रवक्ता अचुमबेमो किकोन ने कहा है कि कोहिमा में एनपीएफ के मुख्यालय में लंबी बैठक के बाद पार्टी ने ये फैसला लिया है.

Advertisement

3. अरविंद केजरीवाल का सनसनीखेज आरोप, इंदिरा गांधी की तरह PSO से मेरी हत्या करवा सकती है BJP

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तरह एक दिन उनकी भी हत्या करवा दी जाएगी. अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी उनकी जान के पीछे पड़ी है और उनका मर्डर किया जा सकता है. पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे अरविंद केजरीवाल एक मीडिया संस्थान से बात कर रहे थे. आम आदमी पार्टी ने इस बातचीत का पूरा वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर जारी किया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बतौर सीएम रहते उनके ऊपर पांच बार हमले हो चुके हैं. सीएम ने कहा कि ऐसा 70 साल में नहीं हुआ है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री पर पांच-पांच बार हमले हुए हों.

4. अंतिम चरण का मतदान कल, आठ राज्यों की 59 सीटों पर डाले जाएंगे वोट

लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए रविवार 19 मई को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित आठ राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. पिछले छह चरण के चुनाव में 543 लोकसभा सीटों में से अब तक 484 सीटों पर मतदान हो चुका है. सातवें चरण में पंजाब और उत्तर प्रदेश की 13-13, बिहार और मध्य प्रदेश की आठ-आठ, पश्चिम बंगाल की नौ, हिमाचल प्रदेश की चार, झारखंड की तीन और चंडीगढ़ सीट पर मतदान होगा.

Advertisement

5. वर्ल्ड कप में होगा दुनिया के नंबर-1 बल्लेबाज की कप्तानी का असली टेस्ट

दुनिया के नंबर-1 बल्लेबाज (टेस्ट और वनडे) विराट कोहली लगातार अपने अच्छे प्रदर्शन से महान खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इंग्लैंड में होने वाला वर्ल्ड कप भारतीय कप्तान के रूप में अपनी छाप छोड़ने का मौका होगा. ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान कोहली ऐसी टीम की अगुवाई करेंगे, जिसकी अपनी कुछ समस्याएं हैं. लेकिन वह मैच का रुख बदलने वाली टीमों से जरा भी कम नहीं है, जो बड़े टूर्नामेंट के लिए जरूरी चीज होती है.

Advertisement
Advertisement