आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का हेलीकॉप्टर लापता हो गया है. तलाश के लिए वायु सेना के 11 हेलीकॉप्टरों को लगाया है. सरकार ने जनता से मदद की अपील की है. गृह मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया है. रेड्डी का हेलीकाप्टर पिछले सात घंटे से अधिक समय से लापता है.
गृहमंत्रालय की हालात पर नजर
मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि हेलीकाप्टर के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया है. उन्होंने बताया कि गृह मंत्री पी चिदंबरम हालात पर नजर रखे हुए हैं और वरिष्ठ अधिकारी आंध्र प्रदेश के सरकारी अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि वायु सेना के सात हेलीकाप्टरों को मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर का पता लगाने के लिए भेजा गया है.
खोज में हेलीकाप्टर भेजा गया
नागर विमानन सचिव एम माधवन नांबियार ने बताया कि मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गृह मंत्रालय हेलीकाप्टर के तलाश अभियानों में समन्वय कर रहा है. इसके लिए वायु सेना के 11 विमानों को लगाया गया है. मौसम की खराबी के कारण सर्च अभियान में बाधा आ रही है.
खोज अभियान में 5 सीआरपीएफ बटालियन रवाना
खराब मौसम और तेज होती बारिश के बीच तलाशी अभियान में दिक्कतें आ रही हैं. इस बीच सीआरपीएफ के 5 बटालियन को सर्च अभियान में लगाया गया है. सीएम की सुरक्षा को लेकर सरकार सकते में आ गई है.
घटना की जानकारी प्रधानमंत्री को दी गई
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के हेलीकॉप्टर के लापता होने की खबर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दे दी गई है. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने घटना के विस्तृत जानकारी होने पर मीडिया को बताने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि खोज के लिए सेना की मदद ली जा रही है.
जनता से मदद की अपील
आंध्र प्रदेश सरकार ने आम जनता से मदद की गुहार लगाई है. सरकार ने अपील में कहा है कि अगर किसी भी व्यक्ति को इससे संबंधित कोई जानकारी मिले तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन पर इसकी सूचना दें.
सात घंटे से संपर्क नहीं
इससे पहले नक्सल प्रभावित कुरनूल जिले के वन क्षेत्र में खोजबीन के लिए सेना का हेलीकाप्टर भेजा गया है जहां मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर लापता हुआ था. मुख्यमंत्री रेड्डी राज्य सरकार के हेलीकाप्टर से सुबह पौने नौ बजे रवाना हुए थे और उन्हें 10 बजकर 40 मिनट पर चित्तूर पहुंचना था.