आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी की आज घर वापसी हो गई है. रेड्डी फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने चार साल पहले कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़कर अलग पार्टी बना ली थी. 2019 के लोकसभा और राज्य के विधानसभा चुनाव से पहले रेड्डी की वापसी से कांग्रेस को मजबूती मिल सकती है.
बता दें कि किरण कुमार रेड्डी ने फरवरी 2014 में कांग्रेस छोड़ दी थी और 'जय समयक्या आंध्र पार्टी' का गठन किया था. अब एक बार फिर से उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने से पहले रेड्डी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. कांग्रेस के आंध्र प्रदेश प्रभारी ओमन चांडी, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, वरिष्ठ नेता पल्लम राजू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एन रघुवीर रेड्डी की मौजूदगी में किरण कुमार रेड्डी कांग्रेस में शामिल हुए.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद किरण रेड्डी ने कहा, 'कांग्रेस में वापसी कर खुश हूं. मैंने इस्तीफा दिया था लेकिन पार्टी से अलग नहीं हो सकता. कांग्रेस की वजह से ही मुझे और मेरे परिवार को जो भी राजनीतिक पहचान मिली है.'
उन्होंने कहा कि मौजूदा हालत में राहुल गांधी के हाथ को मजबूत करने की जरूरत है. दिल्ली में जब तक कांग्रेस की सरकार नहीं बन जाती तब तक आंध्र प्रदेश के लोगों को न्याय नहीं मिल सकता. मौजूदा केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की टीडीपी सरकार बुरी तरह फेल हुई है.
रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के लिए राज्यसभा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा दिए गए आश्वासन को पूरी तरह लागू किया जाना चाहिए, वरना लोगों का विश्वास संसद से उठ जाएगा.
कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर रेड्डी ने कहा कि इस पर मैं विस्तार से बात कर चुका हूं. हमें अब तेलुगू जनता के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए. राज्य की जनता से जो वादे किए गए थे उस पर बात करनी चाहिए.
आंध्र प्रदेश में गठबंधन किए जाने के सवाल पर रेड्डी ने कहा, 'मैं एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह पार्टी में शामिल हुआ हूं. गठबंधन को लेकर सारे फैसले पार्टी नेतृत्व को करने हैं.'
रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस में उनका स्वागत करते हुए कहा कि रेड्डी ने पहले भी कांग्रेस की सेवा की है और आगे भी करते रहेंगे.