scorecardresearch
 

शपथ लेते ही एक्शन में जगन मोहन रेड्डी, सचिवों सहित डीजीपी का भी तबादला

आंध्र प्रदेश में वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एक अप्रैल 2019 से पहले की सभी अनुमोदित की गई ऐसी परियोजनाएं, जिन पर कार्य शुरू नहीं हो सका है, उनको रद्द करने का फैसला किया है. ये परियोजनाएं तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) सरकार ने मार्च में लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले जल्दबाजी में घोषित की थीं और इनकी आधारशिला ही रखी गई थी.

Advertisement
X
 जगनमोहन रेड्डी (फाइल फोटो)
जगनमोहन रेड्डी (फाइल फोटो)

Advertisement

आंध्र प्रदेश में वाईएस जगनमोहन रेड्डी के गुरुवार को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालने के कुछ ही घंटे बाद प्रशासन में बड़ा फेरबदल किया है. जगनमोहन रेड्डी ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू के शासनकाल में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस महानिदेशक सहित कई अहम आधिकारिक पदों में फेरबदल किया है. आरपी ठाकुर की जगह गौतम सवंग को  डीजीपी नियुक्त किया गया है.

मुख्य सचिव एलवी सुब्रमण्यम ने गुरुवार देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष मुख्य सचिव सतीश चंद्र, सचिव साईं प्रसाद, सचिव गिरिजा शंकर और एवी राजामौली का तत्काल तबादला करने का आदेश दिया है. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया था कि पिछले मुख्यमंत्री कार्यालय में अधिकारी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के कार्यकर्ताओं के रूप में काम करते रहे हैं.

नायडू सरकार की सभी परियोजनाएं रद्द

आंध्र प्रदेश में वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एक अप्रैल 2019 से पहले की सभी अनुमोदित की गई ऐसी परियोजनाएं, जिन पर कार्य शुरू नहीं हो सका है, को रद्द करने का फैसला किया है. ये परियोजनाएं तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) सरकार ने मार्च में लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले जल्दबाजी में घोषित की थीं और इनकी आधारशिला ही रखी गई थी.

Advertisement

रेड्डी ने हाई कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग के गठन का भी ऐलान किया जो इनके अनुबंधों की जांच करेगा. सूत्रों के मुताबिक इस कदम से भोगापुरम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, रामयापतनम बंदरगाह, कडप्पा इस्पात कारखाना, बंडार बंदरगाह, अमरावती आईकॉनिक पुल और मुक्तालय लिफ्ट सिंचाई परियोजना रद्द हो गई हैं. इन परियोजनों की लागत करोड़ों रुपये की है.

वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने 46 वर्षीय नेता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. जगनमोहन रेड्डी की पार्टी को विधानसभा की 175 में से 151 सीटें मिली हैं. वाईएसआर कांग्रेस ने पांच साल पहले तेलंगाना के गठन के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने एन. चन्द्रबाबू नायडू की टीडीपी को बुरी तरह हराया है. इसके साथ ही, वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से 22 पर जीत दर्ज की है.

Advertisement
Advertisement