राफेल डील का मुद्दा पिछले कुछ दिनों में मोदी सरकार के लिए सिरदर्द की वजह बना है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पूरी पार्टी मोदी सरकार को इस मुद्दे पर घेरे हुए है. इस बीच लगातार अनिल अंबानी की कंपनी को मिली राफेल डील को लेकर भी कांग्रेस आरोप लगा रही है.अनिल अंबानी ने अब कांग्रेस पार्टी को लीगल नोटिस भेज दिया है. जिसमें उन्होंने पार्टी पर बड़े आरोप लगाए हैं. अनिल अंबानी के लीगल नोटिस की बड़ी बातें...
1. रिलाइंस ग्रुप देश के बड़े बिजनेस ग्रुप में से एक है, इसके चेयरमैन अनिल अंबानी का भी देश में बड़ा नाम है. ऐसे में किसी भी आरोप को लगाने से पहले उसके तथ्यों को जांचना जरूरी है.
2. राजनीतिक दल होने के नाते आप किसी भी मुद्दे को लोगों और मीडिया के सामने रख सकते हैं, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन और फ्रीडम ऑफ स्पीच के तहत ये आपका अधिकार भी है.
3. लेकिन आप इसका फायदा नहीं उठा सकते हैं, आपका फर्ज बनता है कि आप लोगों तक सही जानकारी पहुंचाएं. फ्रीडम ऑफ स्पीच के नाम पर आप किसी पर भी गलत, तथ्यहीन तरीके से आरोप नहीं लगा सकते हैं.
Congress Spokesperson Jaiveer Shergill receives a cease & desist notice from Anil Ambani led Reliance Infrastructure, Reliance Defence & Reliance Aerostructure asking him to restrain from speaking on Rafale, failing which he will face legal consequences. pic.twitter.com/9yAa2zUcnB
— ANI (@ANI) August 22, 2018
4. आपकी पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अशोक चव्हाण, संजय निरुपम, अनुग्रह नारायण सिंह, ओमान चांडी, शक्तिसिंह गोहिल, अभिषेक मनु सिंघवी, सुनील झाकड़ और प्रियंका चतुर्वेदी लगातार इस मुद्दे पर बयानबाजी कर रहे हैं.
5. आपकी पार्टी जो भी बयानबाजी कर रही है, वह पूरी तरह तथ्यहीन, गलत और झूठा है.
6. ऐसा लगता है कि आपकी पार्टी एक तरह से हमारे खिलाफ एक कैंपेन चला रही है. आपके नेताओं की बयानबाजी के कारण हमारे परिवार और कारोबारी की छवि पर फर्क पड़ रहा है.