गांधीवादी समाजसेवी और जन लोकपाल बिल के लिए मुहिम चला रहे अन्ना हजारे ने खुलासा किया है कि साल 2003 में महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने उनकी हत्या की सुपारी दी थी. मौजूदा यूपीए सरकार के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे उस समय राज्य के मुख्यमंत्री थे. अन्ना का आरोप है कि शिंदे सरकार के एक मंत्री ने हत्यारों को 30 लाख रुपये दिए थे. मगर सुपारी लेने वाले अपराधियों ने अन्ना के सहयोगी को तो मारा. मगर उन्हें छोड़ दिया.
ये बातें जनतंत्र यात्रा के तहत यूपी के गोंडा जिले में पहुंचे अन्ना हजारे ने जन लोकपाल बिल के लिए आयोजित एक सभा में कही. उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही रामलीला मैदान में एक बार फिर अनशन करूंगा और जब तक मजबूत जन लोकपाल बिल नहीं बन जाता, तब तक मैं मरने वाला नहीं हूं.
प्रधानमंत्री को सीधे जनता चुने
इसके अलावा एक और राजनीतिक मांग करते हुए अन्ना हजारे बोले कि जब तक देश के लोग सीधे वोट द्वारा अपने प्रधानमंत्री का चुनाव नहीं करते, तब तक देश का भला नहीं हो सकता. अन्ना ने कहा कि मेरे संगठन के लोग कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम देश की जनता को जागरुक करेंगे, ताकि वह चरित्रवान लोगों का चुनाव करे.
कांग्रेस करती है गरीबों से मजाक
कांग्रेसी नेताओं द्वारा पांच और 12 रुपये में भर पेट भोजन मिल जाने संबंधी बयानों के बारे में अन्ना ने कहा कि यह गरीब जनता के साथ भद्दा मजाक है.