आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर दिल्ली की सत्ता को छोड़ फिर से सड़कों पर है. पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में भी भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने में जुटे हैं, लेकिन उन्हें अपने गुरु अन्ना हजारे से बड़ा झटका मिल सकता है. अन्ना जल्द ही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को समर्थन की घोषणा कर सकते हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अन्ना हजारे 19 फरवरी को ममता बनर्जी के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तृणमूल के साथ ही ममता बनर्जी के पीएम उम्मीदवारी को समर्थन की घोषणा कर सकते हैं. जाहिर है अगर ऐसा होता है तो यह अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका होगा. क्योंकि चुनाव में तृणमूल भी उसी मुद्दे पर वोट बटोरने की कोशिश करेगी, जिस पर केजरीवाल की पूरी योजना टिकी हुई है. गौरतलब है कि अन्ना हजारे इससे पहले कई बार कह चुके हैं कि वह किसी भी राजनीतिक दल के पक्ष में नहीं हैं. इसी वजह से बीते दिनों अपने अनशन के दौरान उन्होंने AAP नेताओं को अपने मंच पर बैठने की इजाजत नहीं दी थी.
बताया जाता है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तृणमूल लोकसभा चुनाव के दौरान मैदान में उतरने की घोषणा कर सकती है. पार्टी पश्चिम बंगाल से बाहर भी चुनावी दांव खेलने की योजना बना रही है. गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में पार्टी ने नॉर्थ ईस्ट के साथ ही उत्तर प्रदेश और बिहार विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे थे.
अन्ना हजारे ने बीते सप्ताह ममता बनर्जी से समर्थन के संबंध में बात की थी, वहीं खबर है कि वह मंगलवार को भी समर्थन की घोषणा से पूर्व ममता से मिलेंगे. गौरतलब है कि फरवरी माह की शुरुआत में ही रालेगण में तृणमूल नेता मुकुल रॉय से मुलाकात के बाद अन्ना हजारे ने ममता बनर्जी की सादगी की प्रशंसा की थी.
गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने बीते दिनों 17 बिंदुओं का एक चार्टर सभी पार्टियों को सौंपा था, जिसपर तृणमूल ने उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया. वहीं उनके शिष्य अरविंद केजरीवाल ने भी हाल ही दिल्ली में अन्ना से मुलाकात की थी, जिसके बाद समझा जा रहा था कि दोनों के बीच दूरियां खत्म हो सकती हैं.