आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल से उनके गुरु अन्ना हजारे खासे खफा हैं. आज तक के कार्यक्रम हल्ला बोल में सवालों का जवाब देते हुए अन्ना ने सीधे तौर पर कहा कि वे केजरीवाल के बारे में कुछ नहीं कहना चाहते. इतना ही नहीं, जब अन्ना से पूछा गया कि क्या अरविंद को उनका आशीर्वाद है तो अन्ना ने दो टूक जवाब दिया- बिल्कुल नहीं.
कभी एक साथ जनलोकपाल बिल के लिए नारा बुलंद करने वाले अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे में मतभेद की बातें आए दिन सामने आती रहती हैं. इससे पहले रविवार को बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने एक रैली में कहा कि जो लोग अन्ना के साथ थे, वह अपनी महत्त्वाकांक्षा के कारण राजनीति में आ गए और अन्ना के आंदोलन को बाल मृत्यु मिल गई. कार्यक्रम के दौरान जब अन्ना से मोदी के इन आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे इससे कुछ लेना-देना नहीं है. मैं अपना काम कर रहा हूं. राजनेता लोग अपना काम कर रहे हैं.'
कार्यक्रम के दौरान अन्ना ने कहा कि मैं किसी राजनीतिक झगड़े में नहीं पड़ना चाहता. मेरा काम आंदोलन करना है और मैं वही कर रहा हूं. अन्ना इस दौरान केजरीवाल द्वारा अपने नाम का इस्तेमाल किए जाने से भी खफा दिखे. जब अन्ना से पूछा गया कि जब कभी मतभेद की बात सामने आती है अरविंद सबसे कहते हैं कि आपसे बात न करें, ऐसा क्यों? अन्ना ने कहा, 'यह मैं कैसे कह सकता हूं कि उनके दिल में क्या है. यह तो वे ही बताएं.'
कार्यक्रम के दौरान अन्ना ने इस बात की भी चर्चा की कि रामलीला मैदान में अन्ना कार्ड का इस्तेमाल कर जो पैसा इकट्ठा किया गया, उसका हिसाब उन्हें नहीं दिया गया. अन्ना ने कहा, 'मैंने इस बारे में अरविंद से पूछा. हमारी फोन पर भी बात हुई. बाद में जब किसी ने पीआईएल दाखिल की तो मुझे इस बारे में जानकरी मिली. अगर मुझे इस संबंध में कोर्ट बुलाया गया तो यह मेरे लिए शर्म की बात होगी.'
अन्ना ने कहा कि वह 10 दिसंबर से रालेगण सिद्धि में लोकपाल बिल के लिए अनशन करेंगे.