भूमि अधिग्रहण बिल पर संसद के अंदर विपक्ष घेराबंदी में जुटा है तो बाहर भी बवाल कम नहीं है. दिल्ली के जंतर मंतर पर इस बिल के खिलाफ खुद अन्ना हजारे दो दिन तक धरने पर बैठ रहे हैं. अन्ना सोमवार सुबह 8 बजे पुणे एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं, वह 9:30 बजे दिल्ली पहुंचेंगे.
क्या अन्ना फिर आंदोलन खड़ा कर पाएंगे?
चार साल बाद एक बार फिर दिल्ली की दहलीज पर दस्तक देने जा रहे हैं समाजसेवी अन्ना हजारे. फर्क बस ये है कि पिछली बार जनलोकपाल की लड़ाई थी और इस बार अन्ना किसानों के लिए मोर्चा संभाल रहे हैं.
जमीन अधिग्रहण कानून के संशोधनों के खिलाफ अन्ना सोमवार से जंतर मंतर पर किसानों के साथ धरना देंगे.
दरअसल, अन्ना ने जंतर-मंतर धरने का आगाज शुक्रवार को ही पलवल से किसान अधिकार चेतावनी सत्याग्रह पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर कर दिया था. ये पदयात्रा सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचेगी. अन्ना के मुताबिक अगले तीन चार महीने तक किसानों को जगाने का काम जारी रहेगा.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद अन्ना हजारे का यहां ये पहला प्रदर्शन होगा. उम्मीद की जा रही है कि इसमें आप नेता भी शामिल हो सकते हैं.
संसद के बजट सत्र में भूमि अधिग्रहण कानून मोदी सरकार के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है क्योंकि अन्ना ही नहीं ज्यादातर पार्टी भी कानून के मौजूदा स्वरूप के खिलाफ हैं.