महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे के अनशन का आज दूसरा दिन है. अन्ना की तबीयत पहले से खराब है और उनकी सेहत और गिर रही है. अन्ना के डॉक्टरों ने उनके गिरते स्वास्थ्य पर चिंता जाहिर की है. बुधवार को अन्ना से मिलने पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी रालेगण आईं. इसके अलावा अन्ना आज दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति एवं नस्लवाद विरोधी गांधीवादी नेता नेल्सन मंडेला की मोम की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
अन्ना हजारे के निजी सचिव दत्ता अवारी ने बताया कि कलाकार सुनील कंडाल्लूर ने यह प्रतिमा बनायी है. अनावरण के बाद प्रतिमा को लोनावाल मोम संग्रहालय ले जाया जाएगा जहां उसे औपचारिक रूप से स्थापित किया जाएगा.
अपने अनशन के पहले दिन अन्ना ने कांग्रेस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि चार राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानासभा चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद पार्टी को हकीकत समझ लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोकपाल विधेयक तत्काल पारित हो. पिछले तीन साल में ऐसा चौथी बार हुआ है कि अन्ना जनलोकपाल विधेयक के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठे हैं. जनलोकपाल की मांग को लेकर अनशन पर बैठे अन्ना को पहले दिन ही एक और सांसद का समर्थन प्राप्त हुआ है. सांसद और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के प्रमुख राजू शेट्टी ने एक पत्र लिखकर उन्हें पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है. अन्ना के सचिव अवारी ने बताया कि अब तक 200 से अधिक संगठनों ने हजारे को अपना समर्थन पत्र भेजा है.
अन्ना के अनशन का पहला दिन
अन्ना हजारे के उपवास के पहले दिन उनके समर्थकों ने महाराष्ट्र में जिला मुख्यालयों और तहसील कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया. उन्होंने बताया कि स्वयंसेक सांसदों को पत्र लिखेंगे और उनसे यह सुनिश्चित करने की अपील करेंगे कि वे इस बात के लिए पूरा जोर लगा दें कि शीतकालीन सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित हो जाए.
अन्ना ने अनशन शुरू करने से पहले एक स्थानीय मंदिर में पूजा-अर्चना की और ईश्वर से कामना की कि जनलोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिए सरकार को सद्बुद्धि दे. अन्ना ने कहा, 'राष्ट्र-निर्माण की दिशा में जनलोकपाल विधेयक एक बड़ा कदम होगा.'
अन्ना ने कहा कि वक्त आ गया है कि यूपीए सरकार अपने वादे पूरे करे या सत्ता छोड़े. अपने गांव के यादव बाबा मंदिर में अनशन कर रहे अन्ना ने कहा कि भूख हड़ताल खत्म करने की कोई योजना नहीं है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के जोरदार प्रदर्शन से सकते में आयी सरकार ने कहा कि वह संसद के चालू सत्र में विधेयक पारित कराने को लेकर गंभीर है. कार्मिक राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह सदन चलने नहीं दे रहा.