समाजसेवी अन्ना हजारे ने राजनीतिक विकल्प बनने का प्रस्ताव रखते हुए जनता से कई सवाल किए. इनमें कुछ सवाल इस प्रकार हैं:
- जो देश से प्यार करते हैं और समाज की सेवा करना चाहते हैं, केवल वे ही निर्वाचित हों, ऐसे उम्मीदवारों के चयन के लिए क्या मापदंड होना चाहिए?
- यदि कोई गलत या भ्रष्ट व्यक्ति निर्वाचित हो जाता है तो क्या हो और इस पर कैसे रोक लगाई जाए?
- उनके साथ क्या हो जो निर्वाचन के बाद भ्रष्ट हो जाते हैं?
- राजनीतिक विकल्प बनने का हमारा उद्देश्य व्यवस्था बदलना है, न कि नियम। यह कैसे सुनिश्चित किया जाए?
- यह कैसे सुनिश्चित किया जाए कि लोग पैसों के लालच के बगैर मतदान करें?
- चुनाव लड़ने के लिए पैसे कहां से आएंगे और हमारे चुनाव अनुदान में पारदर्शिता कैसे लाई जाए?
अन्ना हजारे ने अपने समर्थकों से इन सवालों के जवाब दो से तीन दिन के भीतर मांगे हैं.