आस्ट्रेलिया में अंशकालिक नौकरी कर पैदल अपने घर लौट रहे एक भारतीय छात्र पर किशोरों के एक समूह द्वारा हमला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है, जबकि आस्ट्रेलियाई पुलिस ने हाल ही में दावा किया कि अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने के बाद से इस समुदाय के खिलाफ हमलों में कमी आई है.
हमलावरों ने हरवीर सिंह नाम के इस भारतीय छात्र का धन छीनने की कोशिश की. हॉस्पिटलिटी के इस छात्र पर हाल ही में रिंगवुड इलाके में रात के वक्त हमला किया गया. एबीसी ने हरवीर के हवाले से बताया है, ‘‘अचानक, चार-पांच लड़कों ने मुझ पर हमला कर दिया. उन्होंने मेरा कुछ धन छीनने की कोशिश की. मैं वहां से भागा और इसके बाद मैंने पुलिस को फोन किया.’’
हरवीर ने बताया कि उस पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह अंशकालिक नौकरी कर पैदल अपने घर लौट रहा था. उसने हमले के बाद बताया कि वह अपनी हिफाजत के लिये चाकू रखने को प्रेरित हुआ है.
{mospagebreak}यह घटना ‘ऑपरेशन गार्जियन’ का नेतृत्व करने वाले विक्टोरियाई पुलिस के कमांडर त्रेवर कार्टर के उस बयान के बाद हुई है, जिसके तहत उन्होंने कहा था आपराधिक आंकड़ों का अभी पूरी तरह से विश्लेषण किया जाना बाकी है, लेकिन इस बात के सबूत हैं कि हमलों और लूटपाट की घटनाओं की क्रूरता कम हो गई है. एबीसी ने उनके हवाले से बताया है, ‘‘हम पहले की तरह हिंसक अपराधों को नहीं देख रहे हैं.’’