आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड द्वारा अयोध्या में विवादित जमीन पर मालिकाना हक संबंधी मुकदमे में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील करने के निर्णय से बेपरवाह 90 वर्षीय हाशिम अंसारी ने कहा कि वह बातचीत के जरिये मसले का हल निकालने की कोशिशें जारी रखेंगे.
अंसारी ने कहा, ‘हालांकि मैं मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के फैसले से बंधा हुआ हूं लेकिन मैं हार नहीं मानूंगा. मैं रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का बातचीत के जरिये हल निकालने की कोशिशें जारी रखूंगा.’
हालांकि बोर्ड किसी व्यक्ति को अयोध्या मामले पर बातचीत के लिये अधिकृत किये जाने की बात से पहले ही इनकार कर चुका है लेकिन अंसारी ने एक बार फिर दावा किया है कि वह बोर्ड की इजाजत से ही मसले का सुलह-समझौते से हल निकालने की कोशिशें कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं बातचीत जारी रखूंगा क्योंकि मसले के समाधान का यही सबसे अच्छा तरीका और स्थायी हल भी है.’
अंसारी ने कहा, ‘जो उच्चतम न्यायालय में जाना चाहता है, जाए. लोकतंत्र उसे इसका हक देता है लेकिन अयोध्या के लोग बातचीत का रास्ता नहीं छोड़ेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘भाईचारे से लिया गया फैसला ही सबसे अच्छा है.’