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मोदी के खिलाफ शुरू हुई वेबसाइट 'फेंकू डॉट इन', नसीर और महेश भट्ट जुड़े

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधियों ने एक और वेबसाइट बनाई है, 'फेंकू डॉट इन'. साइट पर दावा किया गया है कि यहां मोदी के विकास की झूठी कहानियों की पोल खोली जाएगी. वेबसाइट को मोदी विरोधी संगठनों और कार्यकर्ताओं ने बनाया है.

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यह है वेबसाइट
यह है वेबसाइट

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधियों ने एक और वेबसाइट बनाई है, 'फेंकू डॉट इन'. साइट पर दावा किया गया है कि यहां मोदी के विकास की झूठी कहानियों की पोल खोली जाएगी. वेबसाइट को मोदी विरोधी संगठनों और कार्यकर्ताओं ने बनाया है.

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वेबसाइट को दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह और फिल्ममेकर महेश भट्ट का समर्थन भी है. इसके अलावा मल्लिका साराभाई, अशोक वाजपेयी, नलिनी सुंदर, केएन पनिक्कर, जीएन देवी, सीमा मुस्तफा, हर्ष मंदर और शबनम हाशमी जैसे बड़े नाम भी वेबसाइट से जुड़े हैं.

देखें वेबसाइट

मोदी के खिलाफ पहले से सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी के गैर सरकारी संगठन 'एक्ट नाउ फॉर हार्मोनी एंड डेमोक्रेसी' (अनहद) के देव देसाई ने दावा किया कि वेबसाइट मोदी के झूठ का पर्दाफाश करेगी.

'पब्लिक को कंफ्यूज कर रहे हैं मोदी'
वेबसाइट से जुड़े एक और कार्यकर्ता महेश पांड्या ने कहा, 'मोदी जनता को कंफ्यूज करने के लिए हवा में आंकड़े उछाल रहे हैं.' कार्यकर्ता हेमंत शाह ने कहा, 'नरेंद्र मोदी गुजरात को वहां ले आए हैं, जहां गुजरात 1960 में था.'

पहले भी बन चुकी है मोदी का मजाक उड़ाती वेबसाइट

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एक अन्य कार्यकर्ता प्रकाश शाह ने कहा, '1995 में जब बीजेपी गुजरात में पहली बार सत्ता में आई तो राज्य का कर्ज 10 हजार करोड़ रूपये से कम था. साल 2001-02 में जब मोदी ने सत्ता की बागडोर संभाली तो कर्ज 45 हजार 301 करोड़ रूपये था, जो दिसंबर 2012 में बढ़कर 1.3 लाख करोड़ रूपये हो गया है. बजट के अंदाजे के मुताबिक, कर्ज 2015-16 तक बढ़कर 2.07 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा.'

सिब्बल पर भी बन चुकी है वेबसाइट

गुजरात में ऊंची है अपराध दर
पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) के गौतम ठाकर ने सद्भावना मिशन के दौरान कहा कि मोदी ने हर जिले के लिए वित्तीय पैकेज का ऐलान किया है लेकिन पैसा अभी तक नहीं दिया गया.

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मोदी गुजरात के बारे में झूठ का प्रचार कर रहे हैं जहां अपराध की दर ऊंची है, विकास गैर समावेशी है और लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट कर दिया गया है.

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