छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा बस को निशाना बनाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि नक्सल प्रभावित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की इस अभियान में वायु सेना के उपयोग की इच्छा को देखते हुए नक्सल विरोधी रणनीति की समीक्षा की जरूरत है.
नक्सली हिंसा से निपटने के लिए हवाई रक्षा तंत्र के उपयोग की जरूरत संबंधी प्रश्न के जवाब में चिदंबरम ने कहा ‘‘मैं सिर्फ उन अधिकारों का उपयोग कर सकता हूं, जो मुझे दिए गए हैं. मेरा मानना है कि व्यक्तिगत बयानबाजी की बजाय साझा बुद्धिमत्ता बेहतर होगी.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस अभियान में वायु सेना का सहयोग चाहते हैं, चिदंबरम ने एक निजी चैनल से कहा ‘‘सुरक्षा बल और मुख्यमंत्री वायु सेना का सहयोग चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के मुख्यमंत्रियों ने वायु सेना के सहयोग की बात कही है.
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अपनी सरकार को इस मुद्दे पर तैयार करने की ‘कोशिश’ की.
यह पूछे जाने पर कि क्या आप सीमित अधिकारों से नाखुश हैं, उन्होंने कहा ‘‘मैंने और ज्यादा अधिकारों के लिए समिति से संपर्क किया, मुझे सीमित अधिकार दिए गए. मैं समिति के पास दोबारा जाउंगा, मैंने इस बारे में प्रधानमंत्री से भी बात की है.’’
चिदंबरम ने कहा ‘‘हम समिति के पास दोबारा जाएंगे और भाकपा (माओवादी) की संशोधित रणनीति को देखते हुए अधिकारों की एक बार फिर समीक्षा करने को कहेंगे.’’