scorecardresearch
 

'असामाजिक लोगों को मौत की सजा मिलनी चाहिए'

योग गुरु बाबा रामदेव ने असामाजिक लोगों के लिए मौत की सजा की वकालत करते हुए कहा कि भ्रष्‍टाचारी और मिलावटखोर लोगों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए.

Advertisement
X

आज तक के खास कार्यक्रम सीधी बात में इंडिया टुडे के संपादक व इंडिया टुडे ग्रुप के संपादकीय निदेशक प्रभु चावला ने योग गुरु बाबा रामदेव के साथ बात की. बाबा रामदेव ने देश को सुधारने और आम आदमी जैसे मुद्दों पर विस्‍तृत चर्चा की.

व्‍यापक सुधार की है जरूरत
बाबा का कहना है कि देश में व्‍यापक सुधार की आवश्‍यकता है. उन्‍होंने कहा कि हमारे देश को आजादी मिल गई, उसके बाद कई सरकारें बदल गई लेकिन व्‍यवस्‍था में कोई बदलाव नहीं आया है. बाबा ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका, न्‍यायपालिका नहीं बदली है. जो व्‍यवस्‍था अंग्रेजों के जमाने में थी वो आज भी थोपी जा रही है. कानून भी उसी जमाने का है. जब उनसे पूछा गया कि क्‍या वो देश को सुधारने के लिए राजनीति करेंगे तो उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें राजनीति नहीं करनी. उन्‍होंने कहा कि देश के लोग उन्‍हें सम्‍मान देते हैं और वो देश के लिए जीते हैं.

आयकर को पूरी तरह खत्‍म कर देना चाहिए
बाबा ने बताया कि उनके योग शिविरों में अब तक ढाई करोड़ से ज्‍यादा लोग आ चुके हैं. बाबा रामदेव ने भारतीय टैक्‍स सिस्‍टम को खूब कोसा और कहा कि टैक्‍स कानून अंग्रेजों का बनाया हुआ है और आम लोगों पर थोपा गया है. उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें देश की जनता से करीब 674 करोड़ रुपये मिले हैं और सारा पैसा समाजसेवा पर खर्च किया गया है. बाबा की मांग है कि इनकम टैक्‍स को खत्‍म कर देना चाहिए और उसकी जगह 1 से 2 प्रतिशत का ट्रांजेक्‍शन टैक्‍स लगाया जाना चाहिए. इससे आम आदमी के पैसा आएगा और वो खुश रह सकेगा जिससे बीमारियां कम होंगी. बाबा का नारा है क‍ि आयकर हटाओ देश बनाओ.

बड़े नोटों की छपाई नहीं होनी चाहिए
बाबा रामदेव ने भ्रष्‍टाचार पर भी अपनी बेबाक राय रखी. उनकी राय में देश में हजार और पांच सौ जैसे बड़े नोट छापने बंद कर देने चाहिए. इससे नकली नोटों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी और सरकार की कमाई बढ़ेगी. उन्‍होंने कहा कि देश में भ्रष्‍टाचार का बोलबाला है. उन्‍होंने असामाजिक लोगों के लिए मौत की सजा की वकालत की और कहा कि भ्रष्‍टाचारी और मिलावटखोर लोगों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए. बाबा ने कहा कि आजादी के 60 वर्ष से भी अधिक हो जाने के बाद भी बहुत ज्‍यादा बदलाव नहीं आए हैं इसलिए अब नेताओं को बदलना होगा और गरीबों के बारे में सोचना होगा. अंत में बाबा ने कहा कि शरीर तंत्र की शुद्धि के साथ ही लोकतंत्र की शुद्धिकरण भी जरूरी है तभी हम सभी ठीक से रह सकेंगे.

Advertisement
Advertisement