भारत. चीन सीमा पर ढांचागत विकास परियोजनाओं तथा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए रक्षा मंत्री कल से पूर्वोत्तर की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हो रहे हैं.
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया, ‘रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह और रक्षा सचिव प्रदीप कुमार भी यात्रा पर जाएंगे. रक्षा मंत्री सैन्य स्टेशनों का दौरा करने के साथ ही क्षेत्र में चालू ढांचागत विकास परियोजनाओं की स्थिति का भी जायजा लेंगे.’
रक्षा मंत्री पूर्वोत्तर का अपना दौरा असम के तेजपुर और छाबुआ से शुरू कर अरूणाचल प्रदेश के किबिथु, नगालैंड के रंगपहाड़ और मणिपुर के लिमाखोंग जाएंगे. बुधवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत में मंत्री ने चीनी सेना के आधुनिकीकरण और उसके बढ़ते रक्षा व्यय पर ‘गंभीर चिंता’ जाहिर की थी. उस समय उन्होंने कहा था, ‘हमें अपने क्षेत्र में अपनी क्षमताओं और ढांचे को भी मजबूत करना चाहिए और हम यह कर रहे हैं.
सरकार सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण करने के साथ ही सीमावर्ती इलाकों में ढांचागत मजबूती पर भी ध्यान दे रही है.’ चीनी मिसाइल विकास तथा भारतीय सीमा पर उसके बढ़ते सैन्य ढांचे को देखते हुए भारत ने भी पूर्वोत्तर राज्यों में सड़क तथा हवाई ठिकानों के उन्नयन के लिए कार्यक्रम शुरू किए हैं.
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना की दो पर्वतीय डिवीजनों की स्थापना करने के बाद रक्षा मंत्रालय इस इलाके में अग्रिम पंक्ति के सुखोई 30 एमकेआई लड़ाकू विमानों की तैनाती करने जा रहा है.