आंध्रप्रदेश पुलिस ने मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के विधायक अकबरूद्दीन ओवेसी पर एक समुदाय के खिलाफ घृणास्पद बयान देने के मामले में दो एफआईआर दर्ज किया.
पुलिस महानिदेशक वी दिनेश रेड्डी ने कहा कि आदिलाबाद और निजामाबाद जिले में कल रात एफआईआर दर्ज किये गए और बयान दर्ज कराने को जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने के लिए ओवैसी को नोटिस भेजे गए हैं.
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि मामला दर्ज करने में देरी की गई. उन्होंने कहा कि आवैसी जन प्रतिनिधि है, इसलिए उनके बारे में प्रक्रिया का पालन करते हुए ही आगे बढा गया.
उन्होंने कहा कि पुलिस यह सुनिश्चित करना चाहती थी और ठोस साक्ष्य जुटाना चाहती थी. इससे पहले, एक स्थानीय अदालत ने आज पुलिस को शहर के एक व्यवसायी द्वारा मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के विधायक अकबरूद्दीन ओवेसी के खिलाफ दाखिल शिकायत की जांच करने को कहा, जिसमें उनपर एक खास समुदाय के खिलाफ ‘घृणास्पद भाषण’ देने का आरोप है.
व्यवसायी एस वेंकटेश गौड़ द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर चौथे अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने उस्मानिया यूनीवर्सिटी पुलिस को आपराधिक संहिता की धारा 156 (3) के अंतर्गत शिकायत की जांच करने और 28 जनवरी तक इस बारे में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया.
गौड़ ने अदालत में दाखिल अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि चंद्रायनगुट्टा के विधायक ने बहुसंख्यक समुदाय के खिलाफ ‘बेहद भड़काउ और अपमानजनक’ भाषण दिया, जो स्थानीय टेलीविजन पर 8 और 9 दिसंबर को प्रसारित हुआ.
अदालत ने अपने आदेश में व्यवस्था दी कि शिकायत में उल्लिखित और सीडी में रिकार्ड की गई सामग्री के आधार पर तमाम आरोपों की गहन जांच होनी चाहिए.
बहरहाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता वैंकेया नायडू ने एमआईएम सांसद अकबरूद्दीन के कथित भड़काउ बयान के मामले में आंध्र प्रदेश सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है.
नायडू ने कहा, ‘मैं राज्य के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और डीजीपी की चुप्पी से हैरान और सकते में हूं. यह स्थिति उस समय है जब ओवैसी ने एक समुदाय के खिलाफ बात की है.’ उन्होंने कहा, ‘ओवैसी सांपद्रायिक तनाव पैदा करना चाहते हैं और समाज के एक तबके का समर्थन हासिल करने की कोशिश में हैं. निजामाबाद और आदिलाबाद जिलों की पुलिस कार्रवाई करने में विफल क्यों हुई है.’ भाजपा नेता ने कहा कि अगर राज्य सरकार ने तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की तो पार्टी इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएगी.
दूसरी ओर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि एक समुदाय विशेष के खिलाफ एमआईएम सांसद अकबरूद्दीन ओवैसी की ओर से कथित तौर पर नफरत फैलाने वाला भाषण दिए जाने के मामले में कानून अपना काम करेगा.
रेड्डी ने कहा, ‘यहां दो मुद्दे हैं. उन्होंने (ओवैसी) निजी हैसियत से इस तरह का बयान दिया है. क्या पार्टी की भी यही राय है या फिर यह व्यक्ति का विचार है. इस बारे में कानूनी रूप से गौर किया जाएगा. अगर कोई व्यक्ति दूसरों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली बात करता है तो कानून अपना काम करेगा.’