प्रत्यर्पित गैंगस्टर अबु सलेम को कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार यहां तीन अलग अलग अदालतों में पेश किया गया.
सफेद टी शर्ट और ब्लू जींस पहने सलीम ने अपनी सुरक्षा और धमकियों के संबंध में मीडियाकर्मियों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. सलेम पर पिछले महीने मुंबई जेल में हमला हुआ था.
उसे यहां एक सफेद रंग की बुलेटप्रूफ कार में लाया गया जिस पर नीली बत्ती लगी थी। दिल्ली एवं मुंबई पुलिस के जवान उसे घेरे हुए थे.
सलेम वर्ष 1993 के सिलसिलेवार बम धमाकों का एक मुख्य अभियुक्त है. वर्ष 2005 में पुर्तगाल से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद से उसे दक्षिण मुंबई जेल में रखा गया है. हमले की घटना के बाद उसे नवी मुंबई स्थित तलोजा जेल स्थानांतरित कर दिया गया.
सलेम को पहले तीस हजारी स्थित मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कावेरी बवेजा की अदालत में पेश किया गया, जहां मामले पर सुनवाई 25 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि शिकायतकर्ताओं में से एक पुनीत मित्तल हाजिर नहीं हुआ जिसे अवैध वसूली के एक मामले में गवाही देनी थी.
सलेम को इसके बाद पटियाला हाउस अदालत ले जाया गया जहां उसे दो अलग अलग न्यायाधीशों के समक्ष पेश किया गया. सलेम के खिलाफ मकोका के एक मामले की सुनवाई कर रहीं विशेष न्यायाधीश पिंकी ने भूषण कुमार नामक एक पुलिस अधिकारी का बयान दर्ज किया. मामले की अगली सुनवाई की तारीख 30 अगस्त तय की गई.
इसके बाद सलेम को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट किरण बंसल की अदालत में पेश किया गया जहां सुनवाई 30 अगस्त के लिए स्थगित कर दी गई. अबु सलेम पर राष्ट्रीय राजधानी में अवैध वसूली के तीन अलग अलग मामले दर्ज हैं.