अप्रैल की शुरुआत हिमालय में बारिश और बर्फबारी से होने जा रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी डब्ल्यूडी, उत्तर-पश्चिम हिमालय में दाखिल हो चुका है. इसकी वजह से 1 अप्रैल से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के तमाम इलाकों में मौसम करवट लेगा.
कश्मीर घाटी में ज्यादा पड़ेगा असर
मौसम विभाग के डीडीजीएम ए के शर्मा के मुताबिक, 'डब्ल्यूडी का सबसे ज्यादा असर कश्मीर घाटी और आसपास के ऊंचाई वाले इलाकों में देखा जाएगा. पीरपंजाल और धौलाधार की पर्वतमालाओं पर भारी बर्फबारी की आशंका के बीच मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के तमाम इलाकों में 2 और 3 तारीख को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है.
4 अप्रैल तक रहेगा डब्ल्यूडी का प्रभाव
मौसम विभाग के मुताबिक, डब्ल्यूडी का असर 1 अप्रैल से लेकर 4 अप्रैल तक रहेगा. इसके चलते हिमाचल के चंबा, डलहौजी, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कुल्लू-मनाली के साथ-साथ शिमला में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है. उत्तराखंड में भी कई जगह इस दौरान ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है. पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ इनसे लगे मैदानी इलाकों में भी बादलों की आवाजाही के बीच कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी दर्ज की जाएगी.
मध्य भारत में बढ़ी गर्मी
उधर, मध्य भारत में विदर्भ, मराठवाड़ा और तेलांगाना में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर जा पहुंचा है. अप्रैल में इन इलाकों की गर्मी कुछ और इलाकों को भी अपनी चपेट में लेगी. कई जगहों पर 15 अप्रैल से पहले ही लू चलने लगेंगे. वहीं, आने वाले दिनों में पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में प्री-मॉनसून की झमाझम बारिश का सिलसिला बना रहेगा.