दुनिया की संबसे उंचे शिखर माउंट एवरेस्ट को 16 साल की उम्र में फतह करने वाले अजरुन बाजपेयी का घर वापस लौटने पर शानदार स्वागत किया गया.
नोएड़ा निवासी अजरुन कुछ समय तक 8, 848 मीटर उंचे माउंट एवरेस्ट के शिखर को फतह करने वाले सबसे युवा थे लेकिन उनकी उपलब्धि के कुछ ही घंटों बाद 13 वर्षीय एक अमेरिकी ने उनका ताज छीन लिया.
घर लौटने के बाद वह अपने स्कूल गये और स्कूल के साथियों के साथ अपने अनुभव बांटे.
उन्होंने बताया, ‘मैं कर्नल जे एस ढिल्लन से प्रेरित हुआ. उन्होंने मुझे दूसरे पर्वतारोहियों की कहानियां बतायी थी. इससक मैं एवरेस्ट को फतह करने के लिए प्रेरित हुआ.’
अजरुन बाजपेयी 12 सदस्यीय पर्वतारोहण दल के सदस्य थे और उन्होंने अप्रैल में अभियान शुरू किया था. वह रेयान इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 12 वीं के छात्र हैं. उन्होंने पर्वतारोहण का पाठ्यक्रम उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से पूरा किया था.