सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि ‘जब जब मौका आया है’ तब वर्दी में लैस कोई भी सैन्यकर्मी सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा से ही प्रतिबद्ध रहा है.
उन्होंने कहा कि सेना का मूल कर्तव्य हमेशा देश के नागरिकों के प्रति रहेगा और उन्हें ऐसे योग्य नेतृत्व की भी आवश्यकता होगी जो सेना के लिए ईमानदार और प्रतिबद्ध हो.
सेना प्रमुख ने कहा, ‘जब भी इस तरह का मौका आया तब सैन्यकर्मी हमेशा ही सर्वोच्च बलिदान के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं.’
वे पुणे में आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) में ‘नेतृत्व की चुनौतियों’ पर चर्चा में भाग लेने आए थे और उनका बयान पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद पनपे तनाव की पृष्ठभूमि में आया है.