सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह बुधवार सुबह शहीद हेमराज के गांव शेरनगर पहुंचकर शहीद के परिजनों से मिले. सेना प्रमुख ने हेमराज के गांव पहुंचकर सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से बातचीत की.
सेना प्रमुख के गांव पहुंचने से पहले ही वहां लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था. शहीद हेमराज के घर के आसपास का इलाका गांववालों, सैनिकों और पुलिसवालों से भर गया.
गौरतलब है कि पुंछ में नियंत्रण रेखा पर 8 जनवरी को पाकिस्तानी सैनिकों के हमले में भारतीय सेना के दो जवान लांस नायक हेमराज और सुधाकर सिंह शहीद हो गए थे. इसके बाद पाकिस्तानी सैनिक शहीद हेमराज का सिर अपने साथ ही ले गए थे.
शहीद हेमराज के सिर की मांग करते हुए उनके परिवारवाले अनशन पर बैठ गए थे और यह मांग कर रहे थे कि सेना प्रमुख खुद आकर उन्हें शहीद का सिर वापल लाने का आश्वासन देंगे तभी वो अनशन खत्म करेंगे.
शहीद के परिवारवालों की इस मांग पर जनरल बिक्रम सिंह उन्हें आश्वासन देते हुए कहा था कि सेना दिवस की समाप्ति के बाद वो शदीद हेमराज के परिवारवालों से मिलने जायेंगे और बुधवार को उनके परिवार वालों से मिलने उनके गांव पहुंचे जहां उन्होंने शहीद हेमराज के शहादत को सलाम किया.