सेना ने गुरुवार को नागालैंड की सीमा के निकट स्थित असम के हिंसाग्रस्त गोलाघाट जिले में फ्लैग मार्च किया. इस दौरान कर्फ्यू में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों द्वारा चलाई गई रबड़ की गोलियों से एक युवक घायल हो गया.
जिले के रोंगाजन और अरेंगापाथर इलाकों में पुलिस के अत्याचार के खिलाफ सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर बुधवार को पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था.
असम-नागालैंड सीमा के बी सेक्टर में भड़की हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सीमा के निकट असम की तरफ के 10 हजार से ज्यादा लोगों को बेघर होना पड़ा था.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू गुरुवार को प्रशासनिक कर्मचारी कॉलेज में असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और नगालैंड के मुख्यमंत्री टी.आर.जेलियांग से मिलने पहुंचे.
असम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए.पी.राउत ने कहा, 'गोलीबारी में बुधवार को दो प्रदर्शकारियों की मौत हो गई. घायल एक लड़की ने बुधवार रात दम तोड़ दिया.
राउत ने कहा, 'गुरुवार को लोगों के दो दलों ने नुमालीगढ़ के निकट कर्फ्यू को तोड़ा. लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बलप्रयोग करना पड़ा. इस दौरान इस्तेमाल किए गए रबड़ के बुलेट से एक युवक घायल हो गया.'
मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने बुधवार को असम-नगालैंड सीमा पर हिंसा के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया.