पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों का प्रशिक्षण लेना जारी है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के खैबर पख्तूख्वा प्रांत में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के लगभग 50 आतंकवादी प्रशिक्षण ले रहे हैं. आतंकवादी मुख्य रूप से आत्मघाती हमलावर हैं जिन्हें कश्मीर और अफगानिस्तान में हमले करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. भारतीय खुफिया एजेंसियां इस पर नजर रख रही हैं. वहीं, आतंकवादियों के एक समूह को सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए बालाकोट से भेजा गया है.
Government Sources: 45-50 terrorists including suicide bombers training at Jaish-e-Mohammed terrorist facility in Balakot (Pakistan) pic.twitter.com/xT8SBWUN6d
— ANI (@ANI) October 14, 2019
इन आतंकी ट्रेनिंग कैंप पर टेक्निकल सर्विलांस के जरिये बराबर नजर रखी जा रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि कुछ प्रशिक्षित आतंकियों को कश्मीर में सेना पर हमले के लिए रवाना किया गया है. इस साल फरवरी में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बालाकोट का आतंकी कैंप बंद था लेकिन तकरीबन छह महीने बाद उसे फिर खोल दिया गया है.
सेना प्रमुख भी कर चुके हैं आगाह
पिछले महीने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविरों को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. इन शिविरों को फरवरी में भारतीय हवाई हमले में नष्ट कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि करीब 500 आतंकवादी भारत में घुसपैठ के इंतजार में हैं और पाकिस्तान सेना उन्हें क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग के जरिए मदद करने की कोशिश कर रही.
रावत ने कहा, हाल ही में पाकिस्तान की ओर से बालाकोट के शिविरों को फिर से सक्रिय किया गया है. वे जेईएम आतंकवादी शिविरों का जिक्र कर रहे थे, जिन्हें भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी को निशाना बनाया था. यह हमला 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के जवाब में किया गया था.