जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकियों के साथ गिरफ्तार डीएसपी देवेंद्र सिंह के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. इंडिया टुडे की ग्राउंड रिपोर्ट में पाया गया है कि श्रीनगर में एक आर्मी बेस के बगल में वो एक घर बनवा रहा था. चार महीने पहले राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित किए जा चुके देवेंद्र सिंह को सोमवार को सस्पेंड कर दिया गया. उसके वीरता पुरस्कार भी वापस लिए जा सकते हैं.
डीएसपी देवेंद्र सिंह श्रीनगर के इंदिरा नगर में अपना घर बनवा रहा था. यह एरिया श्रीनगर का सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है. उसका घर 2017 से निर्माणाधीन था. उसके घर की बाउंड्री 15-कोर के मुख्यालय के बगल में है. देवेंद्र सिंह पिछले 5 सालों से अपने रिश्तेदार के यहां किराए के मकान में रह रहा था. जम्मू कश्मीर पुलिस ने इसी घर से हथियार बरामद किए थे.
जब इंडिया टुडे की टीम ने श्रीनगर में देवेंद्र सिंह के घर का जायजा लिया तो पता चला कि उसके परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार एरिया छोड़ चुके हैं और किराए का घर भी बंद था. देवेंद्र सिंह के दो बच्चे हैं. उसकी बड़ी बेटी बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है और बेटा बर्न हॉल स्कूल में पढ़ता है.
शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल ने कहा कि दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार हुए डीएसपी देवेंद्र सिंह के साथ आतंकवादी जैसा ही व्यवहार किया जाएगा. इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम डीएसपी देवेंद्र सिंह की संलिप्तता को जघन्य अपराध मानते हैं और उनके साथ उसी तरह की कार्रवाई होगी जो अन्य आतंकवादियों के साथ होती है.
इसे भी पढ़ें- कुलगाम से गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP से होगी आतंकी की तरह पूछताछ
घर से बरामद हुई थी दो एके-47 राइफल
बता दें कि डीएसपी देवेंद्र सिंह को शनिवार को पुलिस ने दो आतंवादियों के साथ गिरफ्तार किया था. जिस गाड़ी में देवेंद्र सिंह थे, उसकी तलाशी के दौरान 5 ग्रेनेड और घर से दो एके-47 राइफल बरामद हुई थी. हालांकि कुमार ने कहा कि पुलिस के पास संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के मामले में देवेंद्र सिंह की संलिप्तता का कोई रिकॉर्ड नहीं है.