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कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में होगा कला प्रदर्शनी का आयोजन

राष्ट्रमंडल खेलों के मद्देनजर ललित कला अकादमी कलाकृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन अक्तूबर के महीने में करने जा रही है। इसमें शामिल सभी कलाकृतियां ‘खेल’ और ‘दिल्ली’ पर आधारित होंगी.

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राष्ट्रमंडल खेलों के मद्देनजर ललित कला अकादमी कलाकृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन अक्तूबर के महीने में करने जा रही है। इसमें शामिल सभी कलाकृतियां ‘खेल’ और ‘दिल्ली’ पर आधारित होंगी.

ललित कला अकादमी के अध्यक्ष अशोक बाजपेयी ने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान ललित कला अकादमी ‘सेलिबेट्रिंग आर्ट’ नामक प्रदर्शनी का आयोजन करने जा रही है.

वरिष्ठ कवि और कला समीक्षक ने बताया कि यह पहला मौका है, जब राजधानी की 12 निजी गैलरियों के साथ मिलकर इस प्रकार का आयोजन किया जा रहा है. इसमें शामिल सभी गैलरियां 10 साल से अधिक समय से कला के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं.

उन्होंने बताया कि यह प्रदर्शनी एक अक्तूबर से शुरू होगी और 15 अक्तूबर चलेगी। इसका आयोजन ललित कला अकादमी की आर्ट गैलरी में किया जायेगा. इनमें से चुनी हुई कलाकृतियों की दिल्ली शहर के सौ से अधिक चुनींदा स्थानों में होर्डिंग लगायी जायेंगी, जिसमें मेट्रो स्टेशन और विरासत स्थल शामिल हैं.

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बाजपेयी ने बताया कि इस प्रदर्शनी में कुल 100 कलाकारों की कलाकृतियां शामिल की जायेंगी, जिनको गैलरियों ने प्रस्तावित किया है. ये सभी कलाकार एक क्यूरेटर के तहत कार्य कर रहे हैं.{mospagebreak}

संस्कृति मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के मद्देनजर सभी सांस्कृतिक संस्थानों से अपने क्षेत्र के कार्य को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया, जिसके तहत ललित कला अकादमी की अनुषंगी संस्थायें इस दौरान संगीत नाटक अकादमी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करेगी और साहित्य अकादमी कई किताबों का लोकार्पण करेगी.
सूत्रों ने बताया कि ललित कला अकादमी दिल्ली सरकार के साथ समन्वय बनाकर इसके लिए काम कर रही है और अकादमी की कोशिश देश की सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान आने वाले पर्यटकों के समक्ष रखने की है.

बाजपेयी ने बताया कि इसकी खास बात यह है कि गैलरियों से जुड़े 100 कलाकारों को ‘खेलों’ और ‘दिल्ली’ शहर पर अपने चित्रों को बनाने के लिए कहा गया है. अब यह कलाकार की कल्पनाशीलता पर निर्भर करता है कि वह इसे किस तरह कैनवास पर उतारता है.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसे ‘खेल विमर्श’ कहना उचित नहीं है, बल्कि राष्ट्रमंडल खेलों के चलते ‘खेल’ और ‘दिल्ली’ शहर पूरी दुनिया की निगाह में आ रहे हैं. इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए इसका आयोजन किया जा रहा है.

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