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बेंगलुरु की सड़क पर 'अंतरिक्ष यात्री', गड्ढे वाली सड़क का उड़ाया मजाक

बेंगलुरु की सड़क पर कल रात एक एस्ट्रोनॉट दिखाई दिया जो वहां की सख्ताहाल सड़क पर संभल-संभल कर चलने की कोशिश कर रहा था, यह एक कलाकार की रचनात्मक टिप्पणी है जो न सिर्फ वहां के नगर निगम को आइना दिखाता है बल्कि अन्य नगर निगमों को भी यह संदेश देता है कि लोगों की जान की हिफाजत करने के लिए सड़क दुरुस्त रहनी चाहिए.

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बेंगलुरु की सड़क पर अंतरिक्ष यात्री बनकर उड़ाया मजाक (वीडियो ग्रैब)
बेंगलुरु की सड़क पर अंतरिक्ष यात्री बनकर उड़ाया मजाक (वीडियो ग्रैब)

  • बादल ने अंतरिक्ष यात्री बनकर नगर निगम का उड़ाया मजाक
  • पहले भी एक गड्ढे पर एक अभिनेत्री को बना दिया था जलपरी

कर्नाटक में राजनीतिक नाटक पिछले लंबे समय से लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन इसके इतर राजधानी बेंगलुरु की ज्यादातर सड़कें चलने लायक नहीं हैं और इसकी खस्ताहाल स्थिति पर पहले भी कई बार राज्य सरकार का मजाक उड़ाया जा चुका है. बेंगलुरु की खराब सड़कों का मजाक उड़ाते हुए कलाकार बादल नान्जूदास्वामी ने खुद को अंतरिक्ष यात्री के रूप में सड़क पर चलते हुए दिखाया है.

बादल नान्जूदास्वामी पहले भी कई मौकों पर बेंगलुरु की सड़कों पर अपनी कलाकारी दिखा चुके हैं. अब वह एक बार फिर अपने एक नए कारनामे की वजह से चर्चा में हैं. बेंगलुरु की खराब सड़कों का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने खुद को एस्ट्रोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) के रूप में सड़क पर उतारा और गड्ढों पर संभल-संभलकर और हल्के से उड़ते हुए अंदाज में गड्ढेयुक्त सड़कों पर चलने का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.

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बादल नान्जूदास्वामी ने इससे पहले अक्टूबर 2017 में बेंगलुरु के एक पार्क के पास बड़े गड्ढे में पानी जमा होने पर एक जलपरी को उतार दिया था. जलपरी की ड्रेस में कन्नड सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री सोनू गौड़ा को तैयार किया गया था.

mermind_090219120415.jpg(Twitter)

बादल खराब सड़कों की स्थिति सुधारने को लेकर अपनी रचनात्मकता के जरिए लगातार सक्रिय रहे हैं और लोगों को जागरूक भी करते रहे हैं.

मशहूर बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा भी 1 अगस्त, 2017 को बादल की रचनात्मक टिप्पणी पर ट्वीट कर चुके हैं.

बेंगलुरु की सड़कों का मजाक उड़ाने के मामले में बादल को लोकप्रियता तब मिली जब उन्होंने वहां की गड्ढायुक्त सड़कों पर मगरमच्छ उतार दिया था. उनकी इस तीखी टिप्पणी के कारण बरुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) को जल्द से जल्द गड्ढा भरने का दबाव पड़ता है और लोगों को सहूलियत होती है.

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