जम्मू- कश्मीर में पुलवामा में सीआरपीएफ काफिल पर हुए आत्मघाती हमले के बाद भारतीय वायु सेना के एयर स्ट्राइक की केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सराहना की है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की जड़ खत्म करने में सर्जिकल स्ट्राइक सफल रही है. क्या हम हमेशा हमले ही झेलते रहेंगे? देश की जनता और सरकार सुरक्षा बलों के साथ है. उन्होंने जो भी कदम उठाए हैं, सभी उनके साथ हैं. इस दौरान छोटे-मोटे मुद्दों से स्ट्राइक का महत्व कम नहीं हो जाता है.
एयर स्ट्राइक का सबूत मांगे जाने पर जेटली ने कहा कि राजनेताओं को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि जनता हमसे ज्यादा स्मार्ट है. अरुण जेटली ने केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. जेटली की यह प्रतिक्रिया विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने के संदर्भ में आई है. अरुण जेटली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विपक्ष पर निशाना साध चुके हैं.
पीएम मोदी ने कहा था कि भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की है, मगर भारत में बैठे कुछ लोगों को सदमा लगा है. उनका इशारा विपक्ष की तरफ था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नरम रवैए के चलते ही पहले आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब नहीं मिल पाया और ये अब सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल कर रहे हैं. जब इनकी सरकार थी, तब आतंकी हमले के बाद ये चुप बैठ जाते थे या वीर जवानों की कार्रवाई पर आंसू बहाते थे. आज कांग्रेस का वही चेहरा एक बार फिर सामने आया है. मोदी ने कहा, एयर स्ट्राइक पाकिस्तान में हुई, मगर सदमा भारत में बैठे कुछ लोगों को लगा है. विपक्ष के लोग पिछले एक सप्ताह से ऐसे मुंह लटकाए हुए हैं, मानो जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो.
असल में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सवाल उठाए जाने पर पीएम मोदी ने निशाना साधा था. दिग्विजय सिंह द्वारा पुलवामा में सुरक्षा बलों पर हुए हमले को दुर्घटना बताए जाने पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा था कांग्रेस के नेता हमारे जवानों के पराक्रम और साहस पर सवाल उठा रहे हैं. इस मामले में मध्य प्रदेश के एक नेता ज्यादा ही आगे नजर आते हैं. इस बयान से देशवासी समझ लें कि यह उनकी मानसिकता है, जो रगों में पड़ा हुआ है. आतंकियों को बचाने के लिए, उनका पक्ष लेने के लिए, उनके लिए किए गए हमले को हादसा बता रहे हैं.