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राफेल पर चर्चा के दौरान जब संसद में उड़ाए गए कागज के प्लेन

राफेल पर राहुल के आरोपों का जवाब देने के लिए अरुण जेटली खड़े हुए. उन्होंने राफेल की खासियत और उसकी जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए राफेल विमान जरूरी था और वायुसेना ने इन विमानों की मांग की थी.

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अरुण जेटली (फाइल फोटो)
अरुण जेटली (फाइल फोटो)

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लोकसभा में बुधवार को एक बार फिर राफेल विमान सौदे को लेकर सरकार और विपक्ष में बहस हुई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में राफेल को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. इसका जवाब वित्त मंत्री अरूण जेटली ने दिया. सदन में जब अरुण जेटली अपनी बात रख रहे थे तभी एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला.

दरअसल इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने विरोध में कागज के जहाज बनाकर उड़ाने शुरू कर दिए. जिसपर लोकसभा स्पीकर ने उन्हें ऐसा करने से मना किया. सुमित्रा महाजन ने कहा कि ये क्या हो रहा है? आप हवाई जहाज क्यों उड़ा रहे हो, बचपन में नहीं उड़ाए? अभी बच्चे हो या बड़े हो? उन्होंने कहा कि आपने बहस की मांग की थी अब आपको उनकी बात सुननी पड़ेगी. यह तरीका सही नहीं है.

राफेल विमान सौदे पर राहुल गांधी ने जमकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने फ्रांस जाकर राफेल की पुरानी डील को रद्द किया, HAL से समझौता वापस लिया और अनिल अंबानी की कंपनी को ये सौदा दिलवाया. जब राहुल गांधी अनिल अंबानी का नाम ले रहे थे, तब स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें ऐसा करने से मना किया.

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वहीं अरुण जेटली ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि सबसे पुराने पार्टी के नेता को राफेल विमान के बारे में कुछ नहीं पता. देश के कुछ परिवारों को पैसे का गणित समझ आता है उनका देश की सुरक्षा के कोई ताल्लुक नहीं है. उन्होंने बोफोर्स और हेराल्ड को लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने साजिश रची थी. रक्षा सौदों के साजिशकर्ता आज हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं. जेटली ने कहा कि राफेल विमान देश की जरूरत हैं ताकि सेना को मजबूती मिल सके.

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