'सूटबूट की सरकार’ और मोदी के विदेशी दौरों पर राहुल गांधी की टिप्पणियों पर गुरुवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने तीखा पलटवार किया. जेटली ने मोदी सरकार को ‘सूझबूझ की सरकार’ बताया और कहा कम से कम देश यह तो जानता है कि प्रधानमंत्री कहां हैं जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष के बारे में कोई यह तक नहीं जानता कि वह कहां गए हैं.
ऐसे साधा राहुल पर निशाना
जेटली ने लोकसभा में कहा, 'यह सूझबूझ की सरकार है. अर्थव्यवस्था का संचालन और संघीय ढांचे को बरकरार रखना इसकी
प्रतिबद्धता है.’ वित्त मंत्री ने वित्त विधेयक पर सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए राहुल का नाम लिए बिना कांग्रेस के सदस्यों
से मुखातिब होते हुए कहा, 'आपके नेता कह रहे थे कि प्रधानमंत्री विदेश के दौरे पर रहते हैं , आजकल यहां आए हैं. कम से कम
हम कहां रहते हैं, यह तो पता होता है. आपके नेता कहां जाते हैं, यह मालूम नहीं होता.’ उनका इशारा राहुल गांधी के लगभग
दो महीने के लिए छुट्टियों पर विदेश जाने की तरफ था, जिसे कांग्रेस पार्टी ने पूरी तरह से गुप्त बनाए रखा.
खड़गे ने जताई आपत्ति
राहुल ने छुट्टियों से लौटने के बाद लोकसभा में अपने पहले बयान में मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा था कि यह बड़े लोगों और
सूटबूट वालों की सरकार है. उन्होंने कहा था कि सूट की बात खत्म हो गई है. आपने उसे नीलाम कर दिया है. इस बारे में अब
नहीं बोलूंगा. बुधवार को फिर सदन में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘आपके
प्रधानमंत्रीजी का, हम सबके प्रधानमंत्रीजी का हिन्दुस्तान में टूर लगा है. कुछ दिनों के लिए वह यहां आए हैं, वे थोड़ी देर के लिए
पंजाब भी चले जाएं. किसानों से मिल लें, मंडी में बात कर लें. सीधा समझ में आ जाएगा कि क्या हो रहा है.’ सदन में कांग्रेस के
नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने जेटली की टिप्पणियों पर आपत्ति जताते कहा कि उन्हें ‘बूटेड आउट’ (लात मार बाहर किया जाना)
जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, यह संसद की गरिमा के अनुरूप नहीं है.
जेटली ने समझाया अंतर
जेटली ने राहुल के विदेश में सीक्रेट पर्सनल छुट्टियों और प्रधानमंत्री की सरकारी विदेश यात्राओं की तुलना करते हुए कहा, ‘यह
एक व्यक्ति द्वारा राष्ट्रीय कर्तव्यों का निर्वहन करने और एक अन्य व्यक्ति का अवकाश के लिए ‘लापता’ होने के बीच का फर्क
है.’
-इनपुट भाषा से