वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में मोदी सरकार की कश्मीर नीति पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात मोदी सरकार के आने के बाद से काफी हद तक ठीक हुए हैं. जेटली ने कहा कि सात दशक से जो कश्मीर की स्थिति थी वो आज पूरी तरह बदल चुकी है.
उस वक्त जो कश्मीरियों पर अत्याचार हुए उससे लोग अलगाववाद की ओर बढ़े. लेकिन अब यह हालात नहीं है. हम कश्मीरियों को साथ लेकर चल रहे हैं. हालात जल्द बदलते दिखाई देंगे.
बदल गई कश्मीर की धार्मिक पहचान...
जेटली ने कहा कि हमारी लड़ाई अलगाववाद और आतंकवाद से है. इस लड़ाई में हमें कश्मीरियों का साथ चाहिए. कश्मीर पहले के दशकों में एक आधुनिक समाज था, लेकिन पिछले ढाई दशक में वहां का समाज सूफी से वाहाबी की तरफ बढ़ा. कश्मीर की क्षेत्रीय पहचान धार्मिक पहचान में बदल गई.
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पॉजिटिव नहीं कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां...
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कश्मीर की पार्टियों का नजरिया पॉजिटिव नहीं है. हम पीडीपी के साथ गठबंधन में गए, लेकिन उनकी तरफ से कश्मीर को लेकर नजरिया सही नहीं था. वहां के नेता अलगाववादी नेताओं का साथ देते हैं और वो जानते हैं कि इससे हालात क्या हो रहे हैं. हमने कई कोशिशें की पर आखिरकार हमें गठबंधन तोड़ना पड़ा.
कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ा रहा पाकिस्तान...
जेटली ने कहा कि कश्मीर में पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. अलगाववादी नेताओं को उकसाया जा रहा है जिसका असर कश्मीर में दिख रहा है. आतंकी घटनाएं लगातार बढीं हैं.