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रुपये की गिरावट पर जेटली की दलील, बोले- कमजोर नहीं रुपया, डॉलर हुआ मजबूत

बढ़ती महंगाई, तेल की कीमतें और लगातार गिरते रुपये के स्तर पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सिलसिलेवार जवाब दिया है. उन्होंने महंगाई रोकने को लेकर सरकार की पीठ थपथपाई तो तेल की कीमतों के पीछे वैश्विक कारण बताया.

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वित्त मंत्री अरुण जेटली
वित्त मंत्री अरुण जेटली

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बढ़ती महंगाई और डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते स्तर पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि डॉलर दुनिया के हर देशों की मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है, न कि रुपया कमजोर हुआ है. तो वहीं तेल की कीमतों पर भी उन्होंने वैश्विक स्तर पर बढ़ती तेल की कीमतों जिम्मेदार ठहराया.

बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि ये बात ध्यान देने योग्य है कि डॉलर दुनिया के हर देशों की मुद्रा के मुकाबले मजबूत हुआ है. उन्होंने कहा कि रुपया लगातार मजबूत हुआ, न कि कमजोर हुआ है. वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय मुद्रा अन्य देशों की मुद्रा के मुकाबले पिछले 4-5 साल से बेहतर स्थिति में है.

वहीं तेल की बढ़ती कीमत पर जेटली ने कहा कि तेल कीमतों के निर्धारण की कोई सीधी रेखा नहीं है, क्योंकि ये ऊपर भी जाती है और नीचे भी आती है. ऐसी ही स्थिती अप्रैल के महीनों में भी देखने को मिली. लिहाजा इससे घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि तेल की कीमतें वैश्विक स्तर पर बढ़ या घट रही हैं.

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महंगाई को लेकर वित्त मंत्री ने पिछली यूपीए सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि पिछली सरकार से हमे विरासत में 11 फीसदी की महंगाई दर मिली थी जिसे हम 4 फीसदी के स्तर तक ले आए. जो हमारी सरकार द्वारा स्थापित एक अनुकरणीय कीर्तिमान है.

कैबिनेट का अहम फैसला

वहीं कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली बताया कि केंद्रीय कैबिनेट जन धन खातों से ओवर ड्राफ्ट की रकम 5000 रुपये से बढ़ा कर 10000 रुपये करने का फैसला लिया है. साथ ही जन धन खाताधारकों को मिलने वाले 1 लाख रुपये के बीमा की रकम को बढ़ाकर 2 लाख कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जन धन योजना के तहत अब तक कुल 32.41 करोड़ खाते खोले गए हैं. जो दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशी की योजना है.

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