वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी को 1 अप्रैल 2016 से लागू करने की इच्छा जताई है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जीएसटी बिल पर लगभग सभी पार्टियां राजी हैं और सरकार इस ओर प्रतिबद्ध है.
बुधवार को इकोनॉमिस्ट इंडिया समिट 2015 में बोलते हुए अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की योजना जीएसटी को 1 अप्रैल से लागू करने की है. उन्होंने कहा, 'जीएसटी को लेकर लगभग सभी पार्टियां राजी हैं. यह जल्द पास हो जाएगा.'
GST is now being almost supported by everybody, it’s only a matter of time before it’s passed: FM Arun Jaitley pic.twitter.com/0uiOgz9ayQ
— ANI (@ANI_news) September 9, 2015
अपने संबोधन में वित्त मंत्री ने आगे कहा, 'वैश्विक अर्थव्यवस्था में आज भारत के पास एक बेहतरीन अवसर है. मुझे लगता है कि अब देश के लिए बेचैन होने का समय है, क्योंकि तभी हम विकसीत होंगे.' उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान वैश्विक उथलपुथल के बीच काफी अच्छी तरह से काम कर रहा है. हम विकास के एक नए पायदान पर पहुंच सकते हैं.
The internal mood in India is, ‘this is not enough, we have to grow more', I think that’s a great sign: Arun Jaitley pic.twitter.com/uVvcFnS98Y
— ANI (@ANI_news) September 9, 2015
'दबाव विपक्ष पर है सरकार पर नहीं'
संसद में विपक्ष के अड़ियल और विरोधी रवैये को निशाना बनाते हुए जेटली ने कहा कि जनता का मत हमारे साथ है और वह सब देख रही है. विपक्ष सदन में जिस तरह का रवैया अपना रही है, जनता समझ रही है. दबाव विपक्ष पर ही बनेगा. उन्होंने कहा, 'इस समय जनता का मत संसद के समर्थन में है. लोग यही चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही चले.'
Pressure of public opinion on those who want to obstruct growth must be equally powerful: Finance Min Arun Jaitley pic.twitter.com/4wtE00CEM8
— ANI (@ANI_news) September 9, 2015
कालाधन मुद्दे पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का रुख कहीं से भी इस ओर नरम नहीं पड़ा है. हमारी सरकार कालाधन वापस लाने को लेकर प्रतिबद्ध है. हम इस ओर आगे बढ़ रहे हैं. जरूरी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.