बीजेपी के बागी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. अरुण शौरी के मुताबिक, 'आज सरकार की विश्वसनीयत बहुत कम हो गई है. इस लिए उन्हें सर्जिकल स्ट्राक का वीडियो प्रूफ देना पड़ रहा है.'
अरुण शौरी का कहना है, 'अगर इस तरह की घटना (सर्जिकल स्ट्राइक) अटल जी के वक्त होती और उनसे लोग पूछते तो वो अपनी आंखों में चमक लिए कहते- वाकई स्ट्राइक हुई है?'
अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जिकल स्ट्राइक बताने पर कहा, 'मैंने सेना का अपमान नहीं किया. मैंने सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जिकल स्ट्राइक नहीं कहा था. मैंने इस घटना को प्रचारित करने के लिए 'फर्जिकल' का इस्तेमाल किया. मैंने सर्जिकल स्ट्राइक की मार्केटिंग करने और प्रोपेगेंडा को फर्जिकल कहा था. मेरे शब्दों को दो चैनल के रिपोटर्स ने गलत ढंग से परिभाषित किया.'
आजतक से खास बातचीत में अरुण शौरी ने कहा, 'सेना को जो करना चाहिए था, उसने वो किया. सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करने का मतलब यह है कि सरकार की खुद की निगाह में अपनी क्रेडिबिलिटी नहीं है.' उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक होती थीं, लेकिन इस पर कोई बात नहीं करता था.
स्ट्राइक का इस्तेमाल करना गलत
अरुण शौरी ने कहा, 'मुझे स्ट्राइक को लेकर कभी कोई संदेह नहीं था. लेकिन प्रचार के लिए इसका इस्तेमाल करना और इसको लेकर ये कहना कि 'मेरी छाती 56 इंच की है और मैंने पाकिस्तान को उचित जवाब दिया', ये गलत है.'
बता दें, हाल ही में कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज की किताब 'कश्मीर: गिलम्पसेज ऑफ हिस्ट्री एंड द स्टोरी ऑफ स्ट्रगल' के विमोचन के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को 'फ़र्जिकल स्ट्राइक' करार देते हुए आरोप लगाया था कि चीन, पाकिस्तान और बैंक को लेकर मोदी सरकार के पास कोई नीति नहीं है.
29 सितंबर 2016 को हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
दरअसल, 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना के जांबाज जवानों के द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आया है. वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह जवानों ने बिना किसी चूक के साथ आतंकियों के ठिकाने को तहस-नहस कर दिया था.
सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना ने रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और छोटे हथियारों से हमला किया था. यह हमला भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया था. पाकिस्तान की ओर से उरी पर 18 सितंबर 2016 को हमला किया गया. इस घटना के 11वें दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया.