अपनी धुआंधार आलोचना के बावजूद भारतीय जनता पार्टी अरूण शौरी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं कर पा रही है. इसकी एक वजह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शौरी के प्रति मुलायम रूख भी है. इसका प्रमाण संघ से जुड़ी एक बैठक में शौरी को बुलाया जाना है.
राजनाथ को भी मिला हैं आमंत्रित होने का न्योता
संघ परिवार से जुड़ी यह बैठक नौ-दस सितंबर को मुंबई के रामभाउ प्रबोधिनी में होगी, जिसमें सरसंघ चालक मोहन भागवत सहित कई प्रमुख संघी शामिल होंगे. इस बैठक में शामिल होने के बारे में पूछने पर शौरी ने कहा कि मैं बैठक में जरूर जाउंगा बशर्ते मेरी पारिवारिक स्थिति इसकी इजाजत दे. खास बात यह है कि इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह का नाम भी आमंत्रितों की सूची में बताया जाता है.
शौरी ने की थी पार्टी काफी आलोचना
बैठक में संघ की विचारधारा, हिन्दुत्व और मौजूदा राजनीतिक हालात पर प्रबुद्धजन विचार-विमर्श करेंगे. संघ के सूत्रों ने बताया कि बैठक के निमंत्रण पत्र जुलाई में ही भेज दिये गये थे. वैसे भी शौरी अभी भाजपा में ही हैं. शौरी द्वारा भाजपा नेताओं को कटी पतंग, एलिस इन वंडरलैंड, हम्प्टी डम्प्टी जैसे विशेषणों से संबोधित करने के बावजूद पार्टी उन पर कार्रवाई करने में क्यों संकोच कर रही है, इस बारे में पूछने पर भाजपा सूत्रों ने बताया कि उन्हें कोई औपचारिक नोटिस नहीं दिया गया था और न ही शौरी की तरह से कोई औपचारिक जवाब दिया गया है. शौरी के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी ऐसी कोई बात नहीं है.