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AN-32 हादसा: बचाव में गई टीम भी फंस गई थी घने जंगलों में, 9 दिन बाद लौटे

अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त AN-32 विमान हादसे में लगे बचावकर्मियों को शनिवार शाम को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. 15 बचावकर्मियों की इस टीम को वायुसेना के विमान के जरिए शाम 5.15 बजे ALH और Mi-17V5 हेलीकॉप्टर की मदद से निकाला गया.

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AN-32 हादसे के बचाव दल को एयरलिफ्ट किया गया
AN-32 हादसे के बचाव दल को एयरलिफ्ट किया गया

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अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त AN-32 विमान हादसे में लगे बचावकर्मियों को शनिवार शाम को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. 15 बचावकर्मियों की इस टीम को वायुसेना के विमान के जरिए शाम 5.15 बजे ALH और Mi-17V5 हेलीकॉप्टर की मदद से निकाला गया.

इसमें इंडियन एयर फोर्स के 8, सेना के 4 लोग और 3 आम नागरिक शामिल थे. यह दल अरुणाचल प्रदेश के बेहद दुर्गम इलाके में था और लगातार बिगड़ते मौसम के कारण इनका बाहर आना संभव नहीं हो पा रहा था. मौसम सुधरते ही इस दल को एयरलिफ्ट कर लिया गया. बता दें कि असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के शि-योमी जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरने के बाद 3 जून को विमान लापता हो गया था. इस विमान में 13 लोग सवार थे.

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इस लापता विमान के मलबे की तलाश के लिए वायुसेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया था. अरुणाचल की दुर्गम घाटियों में विमान दिखा था. जिसके बाद बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया था, ताकि विमान के ब्लैक बॉक्स और मृतकों के शवों को बरामद किया जा सके. लेकिन वहां पहुंचने का कोई रास्ता न होने के कारण बचाव दल को विमान के जरिए घटनास्थल पर भेजा गया.

कई दिनों तक चली कोशिश के बाद विमान में सवार 8 क्रू मेंबर समेत 13 के शवों को 20 जून को लिपो से 13 किलोमीटर उत्तर और समुद्रतल से 12000 फीट की ऊंचाई पर बरामद किया गया था.

बिगड़ते मौसम ने इस काम में भी कई बार बाधा डाली. लेकिन विमान के लापता होने के 17 दिन बाद शवों को बरामद कर लिया गया. इसके बाद बचावकर्मियों का दल मौसम के कारण वहां अटका रह गया, जिसे 29 जून को एयरलिफ्ट किया गया.

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