अरुणाचल प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कलिखो पुल ने विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया. विधानसभा में मौजूद कुल 58 विधायकों में से 40 विधायकों ने कलिखो के पक्ष में मत दिया.
बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी के आठ वफादार माने जाने वाले विधायकों ने भी कलिखो पुल के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया था. आठ विधायकों का समर्थन मिलने से पुल समर्थक विधायकों की संख्या बढ़कर 41 हो गई जिसमें कांग्रेस के 28, बीजेपी के 11 और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं. सदन में कुल विधायकों की संख्या फिलहाल 58 है, हालांकि विधानसभा की मूल क्षमता 60 है.
कलिखो पुल ने 19 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के आठवें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. राज्य में तीन महीने से राजनीतिक अस्थिरता के बाद कलिखो पुल मुख्यमंत्री बने हैं.
राज्य में बीते साल शुरू हुआ था राजनीतिक संकट
बता दें कि राज्य में संवैधानिक संकट की शुरुआत बीते साल तब हुई जब 60 सदस्यों वाली अरुणाचल विधानसभा में तब की कांग्रेस सरकार के 47 विधायकों में से 21 (इनमें दो निर्दलीय) विधायकों ने अपनी ही पार्टी और मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत कर दी थी. मामला नबम तुकी और उनके कट्टर प्रतिद्वंदी कलिखो पुल के बीच था. पुल चाहते थे कि तुकी की जगह उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाए. इसके बाद 26 जनवरी 2016 को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया.